विनायक चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व,जानें विनायक चतुर्थी के दिन अलग-अलग शहरों में कब दिखेगा चांद
बुधवार का दिन भगवान श्रीगणेश को ही समर्पित होता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विनायक चतुर्थी 2021: फाल्गुन मास की विनायक चतुर्थी आज है. यूं तो बुधवार का दिन भगवान श्रीगणेश को ही समर्पित होता है. ऐसे में उस दिन विनायक चतुर्थी का होना अतिउत्तम है. इस दिन विधि विधान से गणपति बप्पा की पूजा करने से फल सौ गुना हो जाएगा. विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं. फिर मंदिर में धूप-दीप प्रज्जवलित करें. इसके बाद बप्पा को गंगाजल से स्नान कराएं. फिर गणेशजी को साफ वस्त्र पहनाएं. इसके बाद सिंदूर से गणेशजी का तिलक करें. फिर उन्हें दुर्वा अर्पित करें. फिर गणेश जी को लड्डू या मोदक का भोग लगाएं. इस दिन भगवान गणेश के प्रतिरूप चन्द्रदेव को अर्घ्य देकर पूजा की जाती है. चतुर्थी के दिन संकट हरण गणपति गणेशजी की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी के दिन चंद्र देव के दर्शन से ही व्रत पूर्ण होता है. आज शाम चांदी या मिट्टी के पात्र में पानी में थोड़ा सा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है.