Navratri के 7वें दिन पूजा के समय मां काली की आरती करे

Update: 2024-10-08 10:14 GMT

Religion Desk धर्म डेस्क : शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। देवी काली माँ दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं। ऐसा माना जाता है कि मां कालरात्रि (Shardiya navratri 2024 Day 7) की पूजा करने से जीवन से सारी नकारात्मकता दूर हो जाती है। इसका मतलब यह है कि सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। अगर आप अपने जीवन से सभी समस्याओं को खत्म करना चाहते हैं तो आपको मां काली की विधिवत पूजा करनी चाहिए। पूजा का समापन भी लौंग और कपूर की आरती के साथ करना चाहिए। इससे आपको पूजा का पूरा फल मिलेगा। साथ ही उन्हें गुड़ का भोग लगाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि काली माता को प्रसाद के रूप में अधिक मिठाइयों की आवश्यकता नहीं होती है। उन्हें गुड़ का भोग लगाकर भी उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।।मां काली की आरती।। (Maa Kalratri Ki Aarti)

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,

तेरे ही गुन गाए भारती, हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।

तेरे भक्त जनो पार माता भये पड़ी है भारी।

दानव दल पार तोतो माड़ा करके सिंह सांवरी।

सोउ सौ सिंघों से बालशाली, है अष्ट भुजाओ वली,

दुशटन को तू ही ललकारती।

हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।

माँ बेटी का है इस जग जग बाड़ा हाय निर्मल नाता।

पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता।

सब पे करुणा दर्शन वालि, अमृत बरसाने वाली,

दुखीं के दुक्खदे निवर्तती।

हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।

नहि मँगते धन धन दौलत ना चण्डी न सोना।

हम तो मांगे तेरे तेरे मन में एक छोटा सा कोना।

सब की बिगड़ी बान वाली, लाज बचाने वाली,

सतियो के सत को संवरती।

हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।।

चरन शरण में खडे तुमहारी ले पूजा की थाली।

वरद हस् स सर प रख दो म सकत हरन वली।

माँ भार दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओ वली,

भक्तो के करेज तू ही सरती।

हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली।

तेरे ही गुन गाए भारती, हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।

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