14 सितंबर को इस राशि में मार्गी होंगे वक्री गुरु, इन राशि के लोगों होगा लाभ

ज्योतिष शास्त्र में गुरु को बेहद शुभ ग्रह माना जाता है।

Update: 2021-07-07 08:56 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | ज्योतिष शास्त्र में गुरु को बेहद शुभ ग्रह माना जाता है। गुरु को विवाह, धर्म, संतान, ज्ञान और समृद्धि का कारक माना जाता है। देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में उच्च और मकर राशि में नीच के माने जाते हैं। देवगुरु बृहस्पति ने 20 जून से कुंभ राशि में वक्री चाल शुरु की थी। जिसके बाद 14 सितंबर को मकर राशि में प्रवेश कर इसी राशि में मार्गी होंगे। देवगुरु बृहस्पति 21 नवंबर को फिर से कुंभ राशि में आ जाएंगे। गुरु के वक्री होने से 5 राशि वालों को लाभ मिलने के संकेत हैं। जानिए कौन-सी हैं ये राशियां-

1. मेष- देवगुरु बृहस्पति की वक्री चाल से आपको शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपके मान-सम्मान में भी वृद्दि होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। धन आगमन के प्रबल योग बनेंगे। नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो उसमें सफलता हासिल हो सकती है।
2. सिंह- सिंह राशि वालों की लव लाइफ अच्छी रहेगी। शादी-विवाह से संबंधित बातचीत सफल होने के योग हैं। व्यापार में लाभ हो सकता है। संपत्ति में बढ़ोतरी हो सकती है। धार्मिक कार्यों की ओर रुचि बढ़ेगी।
3. वृश्चिक- कार्यों में सफलता हासिल हो सकती है। यात्राओं में लाभ मिलेगा। वाहन सुख की प्राप्ति के आसार बन सकते हैं। धन संबंधी कोई शुभ समाचार मिल सकता है। देवगुरु बृहस्पति की कृपा आपके ऊपर बनी रह सकती है।
4. धनु- धनु राशि वालों का साहस और आत्मविश्वास बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में आपको तरक्की मिल सकती है। व्यापार में लाभ मिल सकता है। सुख-सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है। लव लाइफ में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। रिश्तों में खटास आ सकती है।
5. मीन- मीन राशि के छात्रों के लिए समय अनुकूल है। वक्री गुरु के प्रभाव से आपका भाग्योदय होगा। इस दौरान धन लाभ के भी योग बनेंगे। धन से जुड़े मामलों में सफलता हासिल हो सकती है। किसी भी काम में जल्दबाजी आपको नुकसान पहुंचा सकती है।

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