माघ पूर्णिमा पर ये उपाय दिलाएंगे सूर्यदोष से मुक्ति
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघी पूर्णिमा पर तारों की छांव में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है,
धार्मिक तौर पर अगर देखा जाए तो पूर्णिमा और अमावस्या की तिथि बेहद महत्वपूर्ण होती है वही अभी माघ का पावन महीना चल रहा है और ऐसे में इस मास पड़ने वाली पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा कहा जाता है इस दिन गंगा स्नान करने से जातक को अद्भुत फल की प्राप्ति होती है और सभी तरह के पापों से भी मुक्ति मिल जाती है।
इस दिन स्नान के साथ साथ भगवान श्री सूर्यदेव को जल अर्पित करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है और कुंडली में व्याप्त सूर्यदोष भी समाप्त हो जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत उपवास के अलावा कुछ उपायों को भी करना लाभकारी होता है मान्यता है कि इन उपायों को अगर किया जाए तो अनंत फलों की प्राप्ति होती है और दुख परेशानियां भी दूर हो जाती है तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में बता रहे है तो आइए जानते है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघी पूर्णिमा पर तारों की छांव में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है, वही जो लोग सूर्योदय के बाद स्नान करते है उन्हें सामान्य फल मिलता है वैसे तो इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से लाभ मिलता है लेकिन अगर आप पवित्र नदी में स्नान नहीं कर सकते है तो आप घर पर ही स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करते हुए हर हर गंगे बोलते हुए स्नान करना चाहिए।
मान्यता है कि इस दिन गंगाजल से स्नान करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। वही अगर किसी जातक की कुंडली में सूर्यदोष है तो ऐसे में इस दिन सुबह उठकर स्नान करके लाल रोली, शक्कर, अक्षत व गुलाब के पुष्प जल में मिलाकर सूर्यदेव को अर्पित करते हुए ऊं सूर्याय देवाय नमो नमः मंत्र का उच्चारण करें मान्यता है कि ऐसा करने से सूर्यदोष का प्रभाव कम हो जाता है और भगवान की कृपा बरसती है।