Ravi Pradosh Vrat नोट करें तारीख से लेकर शुभ मुहूर्त तक

Update: 2024-09-12 09:55 GMT
Ravi Pradosh Vrat ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन प्रदोष व्रत बहुत ही खास माना गया है जो कि महादेव की साधना आराधना को समर्पित है इस दिन भक्त भगवान शिव की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं
पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है इस दिन शिव परिवार की पूजा करने से उत्तम फलों की प्राप्ति होती है प्रदोष के दिन भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल यानी संध्याकाल में करना उत्तम माना जाता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि इस बार रवि प्रदोष व्रत कब रखा जाएगा तो आइए जानते हैं।
 रवि प्रदोष व्रत की तारीख और समय—
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 15 सितंबर की देर रात 1 बजकर 42 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की 16 सितंबर की देर रात 12 बजकर 19 मिनट पर हो जाएगा। प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में की जाती है ऐसे में उदया तिथि के अनुसार प्रदोष व्रत 15 सितंबर दिन रविवार को रखा जाएगा।
 रविवार के दिन यह व्रत पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है। रवि प्रदोष के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त संध्याकाल 6 बजकर 26 मिनट से लेकर रात के 8 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में शिव परिवार की पूजा करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
Tags:    

Similar News

-->