गणेश जी को मोदक ही नहीं ये पांच फल और वस्तुएं भी हैं प्रिय
गणेशजी भगवान विष्णु, शिव, सूर्य व आदि शक्ति मां दुर्गा के साथ पंच देवों में शामिल है
गणेशजी भगवान विष्णु, शिव, सूर्य व आदि शक्ति मां दुर्गा के साथ पंच देवों में शामिल है, जिन्हें हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण देव माना जाता है. इनमें भी गणेशजी को प्रथम पूजनीय माना गया है. हर शुभ कार्य में सबसे पहला आह्वान व पूजन गणेशजी का ही होता है. पुराणों के अनुसार ये विघ्न हर्ता यानी हर बाधाओं को दूर करने वाले तथा बुद्धि प्रदाता देव भी है. जिन्हें प्रसन्न करने पर ज्ञान, सुख और वैभव बढ़ता है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल आपको वो पांच फल और वस्तुओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें भगवान गणेश जी को श्रद्धापूर्वक चढ़ाने पर वे जल्द ही खुश हो जाते हैं.
गणेशजी के पसंदीदा पांच फल
यूं तो गणेश जी को सबसे ज्यादा लड्डुओं का भोग लगता है. पर ज्योतिषविदों के अनुसार ऐसे पांच फल भी है जो गणेश जी को बहुत प्रिय है. इनमें केला, अमरूद, सीताफल, जामुन व बेल शामिल हैं. मान्यता है कि गणेश जी की पूजा में इन फलों का भोग लगाकर प्रसाद बांटने पर हर रोग, शोक व दोष दूर होकर घर में सुख व समृद्धि आती है. साथ ही यदि जन्म कुंडली में बुध ग्रह का प्रतिकूल प्रभाव है तो वह भी नष्ट हो जाता है.
यूं भी प्रसन्न होते हैं गजानन
पांच फलों के अलावा गजानन को अन्य उपायों से भी प्रसन्न किया जा सकता है. जिनमें सबसे सरल उन्हें मोदक या लड्डू का भोग लगाना है. जो उन्हें सबसे प्रिय है. गणेश जी की पूजा में इसे अनिवार्य माना गया है. लड्डू सादा, बूंदी या मोतीचूर के हो सकते हैं. बेसन, नारियल, तिल और सूजी के लड्डू भी चढ़ाये जा सकते हैं. इसके अलावा दूर्वा भी गणेश जी को अति प्रिय है. ऊं गं गणपतये नमः: या अन्य पौराणिक मंत्रों के हर उच्चारण के साथ एक- एक दूर्वा चढ़ाने पर गणेशजी श्रद्धालु के ज्ञान व संपदा को बढ़ाते हैं. वहीं, सिंदूर, गेंदे का फूल, सुपारी, साबुत हल्दी, मौली व जनेऊ भी गणेशजी को अर्पित की जाती है.