Vastu Niyam: बिस्तर पर खाने से पहले जान ले वास्तु के ये नियम

Update: 2024-07-15 17:48 GMT
Vastu Niyam: सनातन धर्म में वास्तु-शास्त्र का विशेष महत्व हैं। Vaastu Shaastra के कई ऐसे नियम हैं, जिससे हम अनजान हैं और ये ही कारण है कि डेली लाइफ में हम ऐसी गलतियां करते हैं, जिसका सीधा असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है। कई लोगों की यह आदत होती है कि वो अगर बिस्तर पर बैठे या लेटे है तो वहीं पर खाना भी शुरू कर देते हैं।हालांकि, शास्त्रों की बातों को हर व्यक्ति नहीं मानता क्योंकि आज के मॉडर्न जमाने में इसे
अंधविश्वास
बोल दिया जाता है। लेकिन मानने वाले तो मानते भी हैं और पालन भी करते हैं। लेकिन, वास्तु शास्त्र में बिस्तर पर बैठकर भोजन करने की मनाही होती है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो इसे आज ही बंद कर दें।
आइए जानें भोजन से जुड़े वास्तु के नियम-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेड पर बैठकर खाना खाने से ना सिर्फ सेहत खराब होती है बल्कि आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ता है। बिस्तर पर बैठकर खाने-पीने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं और वह उस घर में कभी नहीं आती है।
वास्तु-शास्त्र के मुताबिक, आप किस ओर मुख करके भोजन कर रहे हैं, यह भी बहुत जरूरी है। इसलिए हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही खाना खाएं।
वास्तु के अनुसार हमेशा जमीन में बैठकर पालथी मार कर आराम से भोजन करना चाहिए। अगर आप नीचे नहीं बैठ सकते हैं, तो डाइनिंग टेबल पर बैठ कर खाएं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि खाने की थाली बैठने के स्थान से ऊपर हो।
8 प्रकार के होते हैं धन
ज्योतिषियों का मानना है कि, हिंदू धर्म में 8 प्रकार के धन बताए गए हैं और उसमें से अन्न धन भी एक धन है और
अन्नपूर्णा
जो अन्न की देवी है। इसी तरह से 8 प्रकार की लक्ष्मी भी है और लक्ष्मी का कुंडली के बारहवें घर में लक्ष्मी का जाना व्यय यानी खर्चे को बढ़ता है और कर्जों में इजाफा होता है।
घर के बेडरूम को ज्योतिषीय भाषा में शैय्या भाव कहते हैं, जो कुंडली के 12वें घर में होता है, जो हमारे खर्चे और नुकसान को भी असर करता है।
वहीं, खाना कुंडली के दूसरे घर से जुड़ा है, जो हमारी संपत्ती और स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। जब हम बेड पर बैठकर खाना खाते हैं तो अनजाने में दोनों घरों को जोड़ देते हैं, जो बहुत ही नुकसानदायक होता है। Astrology के अनुसार बेड में खाया गया खाना पुष्टिवर्धक नहीं होता है और साथ ही ये हमें कंगाली की ओर ले जाता है।
वास्तु के अनुसार, किचन में जूठे बर्तनों को भी नहीं छोड़ना चाहिए। इसे मां अन्नपूर्णा का अपमान माना जाता है। हमेशा रात में ही बर्तनों को धो लेना चाहिए, इससे धन की हानि नहीं होती है।
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