1 जनवरी को है मासिक शिवरात्रि, जरूर करें शिव-पार्वती के इन मंत्रों का जाप

नये साल की शुरूआत बहुत ही शुभ संयोग में हो रहा ही है। नये साल का पहला दिन ही भगवान शिव और मां पार्वती के पूजन की मासिक शिवरात्रि तिथि पड़ रही है। इस बार 1 जनवरी 2022 के दिन पौष माह की मासिक शिवरात्रि का पूजन किया जाएगा।

Update: 2021-12-30 03:42 GMT

नये साल की शुरूआत बहुत ही शुभ संयोग में हो रहा ही है। नये साल का पहला दिन ही भगवान शिव और मां पार्वती के पूजन की मासिक शिवरात्रि तिथि पड़ रही है। इस बार 1 जनवरी 2022 के दिन पौष माह की मासिक शिवरात्रि का पूजन किया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन शिव और शक्ति के सम्मिलन हुआ था। इस दिन शिव-पार्वती का संयुक्त रूप का से पूजन करने से सुखी गृहस्थ जीवन की प्राप्ति होती है। साथ ही परिवार पर आने वाली सभी विपदाओं का अंत होता है।

साल की शुरूआत शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और पार्वती के पूजन से करने से आने वाला समय शुभ और मंगलकारी होगा। इस दिन पूजन में उमा महेश्वर के इन मंत्रों का जाप करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं भगवान शिव-पार्वती के प्रिय मंत्रों के बारे में....
1-शिव-पार्वती को प्रसन्न करने का मंत्र-
ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः।
ऊँ पार्वत्यै नमः।
2-शिव-पार्वती के सिद्ध मंत्र -
ऊँ साम्ब शिवाय नमः।
ऊँ गौर्ये नमः।
3-घर में सुख-शांति के आगमन के विशेष मंत्र -
मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि।।
4- इच्छानुसार वर प्राप्ति का मंत्र -
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
5- सर्वकार्य सिद्धी का मंत्र -
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती ममं कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।
मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और पार्वती को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। साथ ही इस दिन भगवान शिव को पूजन में भांग, धतूरा, दूध,दही,घी,शहद और गंगा जल से अर्पित करने चाहिए। माता पार्वती को लाल रंग की चुनरी और श्रृगांर का समान अर्पित करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। आगामी वर्ष सभी तरह के संकटों से दूर रहेगा।

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