माता लक्ष्मी शंख से होती हैं प्रसन्न, जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
Shankh: हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के समय शंख का प्रयोग किया जाता है. मान्यताओं के अनुसार, शंख से निकलने वाली ध्वनि से घर के अंदर की नकारात्मकता दूर होती है. घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का प्रसार होता है. जो लोग शंख बजाते हैं, उनको ध्वनि दोष नहीं होता है और स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है. शंख के प्रयोग से वास्तु दोष भी नष्ट हो जाते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के समय शंख (Conch Shell) का प्रयोग किया जाता है. मान्यताओं के अनुसार, शंख से निकलने वाली ध्वनि से घर के अंदर की नकारात्मकता दूर होती है. घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का प्रसार होता है. जो लोग शंख बजाते हैं, उनको ध्वनि दोष नहीं होता है और स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है. शंख के प्रयोग से वास्तु दोष (Vastu Dosh) भी नष्ट हो जाते हैं. आज शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) की आराधना को समर्पित है. आज आपको बता रहे हैं कि शंख के प्रयोग से माता लक्ष्मी कैसे प्रसन्न होती हैं? शंख और माता लक्ष्मी का क्या संबंध है?
माता लक्ष्मी को शंख इसलिए है प्रिय
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सागर मंथन के समय लक्ष्मी जी और शंख सागर से निकले थे. इस प्रकार से शंख को लक्ष्मी जी का भाई माना जाता है. इस वजह से लक्ष्मी जी को शंख प्रिय है. जिन घरों में शंख की पूजा होती है, उन पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. र्
स्थायी धन के लिए दक्षिणावर्ती शंख
धार्मिक मान्यता है कि जो लोग अपने घरों में दक्षिणावर्ती शंख रखते हैं या उसका प्रयोग पूजा पाठ में करते हैं, उनके घर में माता लक्ष्मी का स्थाई रुप से निवास होता है. दक्षिणावर्ती शंख माता लक्ष्मी को बहुत ही प्रिय है. उस घर में कभी धन की कमी नहीं रहती है.
शंख से लक्ष्मी पूजा
कहा जाता है कि माता लक्ष्मी की पूजा में दक्षिणावर्ती शंख का प्रयोग करने से धन और समृद्धि बढ़ती है. शंख में जल भरकर माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है.
शंख से होती है उन्नति
ऐसी मान्यता है कि जिस घर में दक्षिणावर्ती शंख की पूजा की जाती है, वहां पर कोई रोगी नहीं होती है. सकारात्मक प्रभाव से नौकरी और बिजनेस में भी लाभ होता है.