Mangala Gauri Vratज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में वैसे तो हर महीने को महत्वपूर्ण बताया गया है लेकिन सावन का महीना बेहद ही खास माना गया है जो कि शिव पार्वती की साधना आराधना को महीना माना जाता है सावन में पड़ने वाला सोमवार जहां शिव पूजा के लिए सबसे श्रेष्ठ दिन होता है तो वही सावन में पड़ने वाला मंगलवार माता पार्वती की साधना आराधना को समर्पित किया गया है इस दिन भक्त उपवास रखकर माता की विधिवत पूजा करते हैं
इसे सावन मंगला गौरी व्रत के नाम से जाना जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से माता की असीम कृपा बरसती है साथ ही सुख सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा सौभाग्य में वृद्धि होती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि सावन का मंगला गौरी व्रत कब रखा जाएगा तो आइए जानते हैं।
मंगला गौरी व्रत की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि 23 जुलाई को सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। इसके बाद तृतीया तिथि का आरंभ हो जाएगा। तृतीया तिथि 24 जुलाई को सुबह 7 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी।
इसका अभिप्राय यह है कि तृतीया तिथि में मंगला गौरी का व्रत पूजन किया जाएगा। ऐसे में सावन माह का पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई को रखा जाएगा। इस साल सावन का आरंभ 22 जुलाई दिन सोमवार से होने जा रहा है इस दिन सावन सोमवार का पहला व्रत किया जाएगा।