महिलाओं की प्रतिभा का करें सदुपयोग, वरना रुक जाती है समाज की तरक्की
बात घर-परिवार की हो या समाज की महिला का स्थान इसमें बहुत ऊंचा माना गया है. यदि उनसे जुड़ी कुछ बातों की अनदेखी कर दी जाए तो उस समाज को लंबे समय तक उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महिलाओं का सम्मान करने की बात तकरीबन हर धर्म और संविधान में कही गई है. इस आधी आबादी में बहुत पोटेंशियल और योग्यता है. यह बात सैंकड़ों साल पहले ही समझ ली गई थी इसलिए प्रतापी राजाओं से लेकर ज्ञानी व्यक्तियों तक ने महिलाओं के सम्मान को प्राथमिकता पर रखा. महान समाजशास्त्री आचार्य चाणक्य ने भी अपने नीति शास्त्र में महिलाओं को लेकर विस्तार से बताया है. साथ ही उन्होंने महिलाओं के आदर-सम्मान, चरित्र-गुणों को लेकर कुछ खास बातें कही हैं.
महिलाओं से जुड़ी इन बातों को न भूलें
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिन घर में शिक्षित, योग्य और समझदार महिलाएं होती हैं, ऐसे कुल खूब नाम कमाते हैं. उनके यहां हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है. इसलिए महिलाओं की शिक्षा और उनके विकास को प्राथमिकता पर रखना चाहिए. परिवार और समाज को बनाने-बिगाड़ने में उनका बड़ा हाथ होता है. यदि अपने परिवार और समाज को तरक्की करते देखना चाहते हैं तो महिलाओं के बारे में इन 3 बातों का हमेशा ख्याल रखें. वरना पूरा समाज महिलाओं का दोषी होता है.
- चाणक्य नीति कहतीहै महिलाओं को हमेशा आदर-सम्मान दें. महिलाओं को सम्मान न देने वाला समाज कभी भी प्रगतिशील नहीं हो सकता है क्योंकि बिना महिलाओं के योगदान के समाज तरक्की रुक जाएगी. लिहाजा हर फैसले में उनकी भागीदारी बहुत जरूरी है.
- अशिक्षित समाज कभी तरक्की नहीं कर सकता है. चूंकि महिलाएं इस समाज की आधी आबादी हैं, ऐसे में उनकी शिक्षा के बिना यह मकसद पूरा नहीं हो सकता है.
- महिला यदि शिक्षित हो जाए लेकिन उसकी योग्यता का सही उपयोग न हो तो वह निरर्थक हो जाएगी. इसलिए हर समाज को सुनिश्चित करना चाहिए कि महिलाओं के ज्ञान का उनकी प्रतिभा का सही उपयोग हो. इसके लिए घर और समाज में उनकी बात और काम को महत्व देना होगा. उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के मौके देने होंगे.