Makar Sankranti Upay : मकर संक्रांति मंगलवार यानी आज है। माघ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस खगोलीय घटना के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा और शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए मार्ग प्रशस्त होगा। मकर संक्रांति का पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे पुण्यकाल के लिए विशेष दिन माना जाता है। इस दिन स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति वह समय होता है, जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन से सूर्य उत्तरायण होना शुरू करते हैं। यानी सूर्य पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध की ओर बढ़ता है।
यह घटना साल में एक बार होती है और दिन-रात की अवधि में संतुलन लाने का प्रतीक मानी जाती है। यदि मकर संक्रांति पर किसी विशेष नक्षत्र, जैसे पुष्य नक्षत्र, का संयोग होता है, तो इसे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अत्यधिक शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र को अत्यंत पवित्र और शुभ कार्यों के लिए आदर्श समय माना जाता है। इस दिन भगवान भास्कर (सूर्य देव) की पूजा करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य, समृद्धि और मनोबल में वृद्धि की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति पर करें ये काम- मकर संक्रांति के पावन दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और पूजा-अर्चना जैसे धार्मिक कार्य किए जाते हैं। इस पावन दिन तिल और गुड़ के व्यंजन विशेष रूप से बनाए जाते हैं, जो आत्मा और शरीर को पवित्र और ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस दिन स्नान और दान को विशेष रूप से फलदायी माना गया है। विशेषकर गंगा, यमुना या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है।
इसके साथ ही, जरूरतमंदों को चूड़ा,तिल, गुड़, अन्न, वस्त्र और धन का दान अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिन तिल और गुड़ से बने लड्डू, चूड़ा, खिचड़ी और अन्य पारंपरिक व्यंजन बनाकर सेवन करना और वितरण करना शुभ होता है।