Makar Sankranti 2022: इस दिन न करें भूल ये काम, जानिए हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का खास महत्व

हिंदू धर्म में मकर संक्रांति ( Makar Sankranti 2022) का खास महत्व माना जाता है

Update: 2022-01-09 13:28 GMT

हिंदू धर्म में मकर संक्रांति ( Makar Sankranti 2022) का खास महत्व माना जाता है. कई जगह इस दिन से साल की शुरुआत मानी जाती है. देश के कई हिस्सों में इस त्योहार को धूमधाम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है. कहा जाता है कि ये पर्व भगवान सूर्य और शनि देव को समर्पित होता है. ऐसा माना जाता है कि इस पर्व पर गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और भगवान सूर्यदेव की उपासना करने से घर में सुख एवं शांति भरा माहौल बना रहता है. कहते हैं कि सूर्य देव की पूजा के बाद इस दिन किया गया दान अक्षय फलदायी होता है. इस दिन तिल के बनी चीजों का दान अवश्य करना चाहिए. इतना ही नहीं 14 चीजों को दान करने का अच्छा रहता है. मान्यता है कि इस दिन किए गए दान का फल बाकी दिनों के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है.

इतना ही नहीं इस दिन खरीफ की फसलों चावल, चना, मूंगफली, गुड़, तिल और उड़द जैसी चीजों से बनी सामग्री से भगवान सूर्य और शनि देव की पूजा की जाती है. मकर संक्रांति से जुड़े कई नियमों को फॉलो करना जरूरी होता है, हालांकि कुछ ऐसे कार्य भी होते हैं जिन्हें इस दिन नहीं करना चाहिए. हम आपको ऐसी ही जानकारी देने जा रहे हैं. हम बताएंगे कि आप इस दिन क्या-क्या कर सकते हैं और किन कार्यों को इस दिन करने की मनाही होती है. जानें
आप मकर संक्रांति पर क्या-क्या कर सकते हैं
– वैसे तो इस दिन नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है, लेकिन अगर ये संभव नहीं है तो आप घर पर ही पानी में काला तिल डालकर स्नान कर सकते हैं.
– इस पर्व पर शनिदेव को प्रसन्न करना काफी अच्छा माना जाता है. आप उन्हें काले तिल दान करके प्रसन्न कर सकते हैं.
– इस दिन तिल वाला पानी पीएं. साथ ही तिल के लड्डू खाएं और तिल का उबटन भी लगाना काफी शुभ माना जाता है.
– मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाना भी काफी शुभ होता है. व्रत के बाद आप खिचड़ी को प्रसाद के रूप में खाएं.
क्या न करें
– इस दिन दान की खास मान्यता होती है. अगर आपके घर कोई भिखारी या गरीब कुछ मांगने आता है तो भूल से भी उसे खाली हाथ न भेजें. उसे दान में खिचड़ी व अन्य चीजें भेंट करें.
– हिंदु धर्म में इस दिन को शुभ माना जाता है, इसलिए इस दिन किसी भी तरह के नशे से दूर रहना चाहिए. मदिरा पान या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन अशुभ रहता है.
– वैसे तो व्रत रखने वाले हर नियम को फॉलो करते हैं, लेकिन जो व्रत नहीं रख रहे हैं और पूजा-पाठ में विश्वास रखते हैं, तो उन्हें भी कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है. स्नान एवं पूजा से पूर्व किसी भी तरीके से भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.
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