शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिवार का दिन कर्मफल दाता और हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातकों को अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार ही फलों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि यदि शनि देव किसी पर मेहरबान हो जाएं तो उसे राजा बनने में देर नहीं लगती है। वहीं शनि की कुदृष्टि व्यक्ति को बर्बाद कर देती है। वैदिक ज्योतिष में शनिवार के दिन कुछ खास उपायों के बारे में बताया गया है। जिन्हें करने से व्यक्ति को कष्टों से छुटकारा मिलता है।
शनिवार को करें ये उपाय
शनिवार को पीपल के 11 पत्ते लें। उनकी एक माला बनाकर शनिदेव को अर्पित करें। माला अर्पित करते समय ऊँ श्रीं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
हर शनिवार को पीपल के वृक्ष की 7 बार परिक्रमा करे। इस उपाय से जीवन में तरक्की मिलती है।
परिवारिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए शनिवार के दिन काला तिल पीपल के वृक्ष पर अर्पित करें। इसके बाद पीपल की जड़ में जल चढ़ाएं।
प्रत्येक शनिवार को ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। साथ ही काला कोयला बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इससे हर काम में सफलता मिलती है और आय में बढ़ोत्तरी होती है।
शनिवार को जल और चीनी मिलाकर पीपल में अर्पित करें दें। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
शनिवार के दिन शनिदेव को काला उरद अर्पित करें। ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर कुंडली में शनि दोष है तो यह समाप्त हो जाता है।
अगर शनि के प्रकोप के कारण जीवन परेशानी से घिरा हुआ है, तो शनिवार के दिन शनि यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा करनी चाहिए। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं।
शनि यंत्र के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाकर और नीले पुष्प चढ़ाने से भी शनि देव की कृपा बनी रहती है।