महाशिवरात्रि पर इस एक काम से प्रसन्न होंगे भगवान शिव, मिलता है मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद

विशेष पूजा करने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. ऐसे में जानते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन किए जाने वाले विशेष उपाय.

Update: 2022-02-27 18:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Mahashivratri 2022: भगवान शिव की पूजा का सबसे बड़ा पर्व महाशिवरात्रि आने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इस दिन 4 प्रहरों में भगवान शिव की पूजा की जाती है. मान्यता है कि जो भक्त इस दिन चारों प्रहर की पूजा करते हैं, भोलेनाथ उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं. इस बार महाशिवरात्रि 01 मार्च, को मनाई जाएगी. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा करने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. ऐसे में जानते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन किए जाने वाले विशेष उपाय.

क्या होता है सप्तधान?
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को धतूरा, बेलपत्र, पंचामृत, गंगाजल, जल, दूध, भांग, भस्म इत्यादि अर्पण किए जाते हैं. इसके अलावा सप्तधान भी अर्पित किया जाता है. सप्तधान में अक्षत, सफेद तिल, खड़े मूंग, जौ और सतुआ, ज्वार और गेहूं को शामिल किया जाता है
सप्तधान चढ़ाने की विधि
सप्तधान यानि शिवा मुट्ठी चढ़ाने से पहले भगवान शिव का अभिषेक करें. इसके बाद शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं. फिर शिवजी को जल से अभिषेक करने के बाद 'ओम् नमः शिवाय' इस मंत्र का जाप करते हुए 108 बेलपत्र चढ़ाएं. इसके बाद शिवजी को इत्र अर्पित करें. इसके बाद धोती को पीले रंग में रंगकर शिवलिंग पर चढ़ाएं. साथ ही माता पार्वती को चुनरी अर्पित करें. अंत में शिवा मुट्ठी यानि सप्तधान अर्पित करें.
महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा के मुहूर्त
-पहले पहर की पूजा- शाम 6 बजकर 21 मिनट से रात 9 बजकर 27 मिनट तक
-दूसरे पहर की पूजा- रात 9 बजकर 27 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक
-तीसरे पहर की पूजा- रात 12 बजकर 33 मिनट से सुबह 3 बजकर 39 मिनट तक
-चौथे प्रहर की पूजा- 2 मार्च सुबह 3 बजकर 39 मिनट से 6 बजकर 45 मिनट तक
-व्रत पारण का शुभ मुहूर्त- 2 मार्च, 2022 दिन बुधवार को 6 बजकर 46 मिनट तक


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