भगवान महाकालेश्वर की भाद्रपक्ष माह में निकली पहली सवारी
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में आज भाद्रपद माह की पहली भगवान महाकालेश्वर की सवारी राजसी ठाट-बाट के साथ निकाली गयी। प
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में आज भाद्रपद माह की पहली भगवान महाकालेश्वर की सवारी राजसी ठाट-बाट के साथ निकाली गयी। प्राचीन परंपरानुसार भगवान महाकालेश्वर की सवारी में श्री चन्द्रमौलीश्वर के रूप में भक्तों को दर्शन दिये और श्री मनमहेश ने हाथी पर विराजित होकर नगर भ्रमण किया। इस दौरान शिव की नगरी शिवमय हो गई। भगवान श्री महाकालेश्वर की पॉचवी सवारी में चारों ओर भगवान शिव के गुणगान हो रहे थे। सवारी के आगे भक्त ढोल, शहनाई, डमरू, झांझ आदि वाद्य बजाते हुए शिव के गुणगान करते हुए चल रहे थे।
सवारी निकलने के पूर्व मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। पूजन श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार ने किया। पूजन के पश्चात सभी गणमान्यों ने पालकी को नगर भ्रमण की ओर रवाना किया और जैसे ही पालकी मुख्य द्वार पर पहुंची होमगार्ड, पुलिस एवं एसएएफ के जवानों द्वारा भगवान को सलामी दी गयी।
दिर के मुख्य द्वार से बडा गणेश मंदिर के सामने, रूद्रसागर, हरसिद्धि मंदिर के समीप से नृसिंह घाट रोड पर सिद्धआश्रम के सामने से निकल कर क्षिप्रातट रामघाट पहुंची। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से बाबा श्री चन्द्रमौलीश्वर का अभिषेक-पूजन किया गया। क्षिप्रा नदी के जल से अभिषेक-पूजन और आरती के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धी पाल से हरसिद्धी मंदिर के सामने पहुंची।
मां हरसिद्धी के द्वार पर बाबा श्री महाकालेश्वर व मां की आरती के समय वातावरण मोहक बनाने के लिए आकर्षक आतिशबाजी की गयी। आरती के पश्चात सवारी बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में वापस आयी। जहॉ सभामण्डप में पुन: पूजन के बाद सवारी का विश्राम हुआ। श्री महाकालेश्वर भगवान की भाद्रपद माह की दूसरी सवारी 3० अगस्त को निकलेगी।
राजसी ठाट-बाट से सुसज्जित सवारी राज मार्ग विभिन्न रंगबिरंगी पताकाओं, छत्रियों एवं कालिनों से सुशोभित किया गया था। सवारी निकासी के समय के उद्घोषक, तोपची भगवान श्री महाकाल का ध्वज, अश्वारोही दल, विशेष सशस्त्र बल, पुलिस बैण्ड, नगर सेना, महाकाल के पुजारी-पुरोहित, ढोलवादक, झांझवादक, चोपदार, चांदी की झाडुवाहक, अन्य आवश्यक व्यवस्था में लगने वाले अधिकारी-कर्मचारी सीमित संख्या में उपस्थित थे।
मंदिर प्रबंध समिति की वेबसाइट के माध्यम से स्मार्ट सिटी द्वारा उज्जैन की सडकों के किनारे लगाई गई एलइडी, फेसबुक पेज, यू-ट्यूब एवं सभी स्थानीय चैनलों पर सवारी के साथ-साथ बाबा श्री महाकालेश्वर के दर्शनों का भी प्रतिदिन लाइव प्रसारण किया रहा है, जिससे उज्जैन सहित देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु बाबा श्री महाकाल के दर्शन व सवारी के सीधे प्रसारण का लाभ घर पर ही प्राप्त कर रहे हैं।