परम पिता परमेश्वर के पुत्र प्रभु यीशु मसीह जीवन जीने की राह दिखाते हैं, पढ़े ये अनमोल वचन
हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है। इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ है। परम पिता परमेश्वर के पुत्र प्रभु यीशु का जन्म एक बढ़ई परिवार में हुआ था।
हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है। इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ है। परम पिता परमेश्वर के पुत्र प्रभु यीशु का जन्म एक बढ़ई परिवार में हुआ था। उनकी माता मरियम थी और पिता जोसफ था। प्रभु यीशु ने अपना जीवन लोगों की भलाई में न्योछावर कर दिया। ईसाई धर्म के पवित्र ग्रन्थ बाइबिल में प्रभु यीशु के जीवन का वृतांत है। उन्होंने लोगों को सत्य पर चलने की सीख दी। उनके कई जानने वाले ने उन्हें धोखा दिया। इसके बावजूद प्रभु यीशु विचलित नहीं हुए। अंत में पृथ्वीवासी की भलाई के लिए स्वंय शूली पर चढ़ गए। जब शूली चढ़ने के दो दिन बाद प्रभु जीवित हो उठे, तो उनके शिष्यों को प्रभु की बातों पर यकीन हो गया। वे प्रभु के चरणों में गिर गए और रोकर क्षमा करने की याचना की। प्रभु ने उन सबको माफ़ किया। प्रभु ने कहा-जो मेरी राह पर चलेगा। वह स्वर्ग को जाएगा। अतः आओ सत्य पर चलकर परमेश्वर को पाओ। आज भी उनके वचन प्रासंगिक हैं, जिनका विस्तार से वर्णन बाइबिल में है। आइए, प्रभु यीशु के अनमोल वचन जानते हैं-