मासिक शिवरात्रि पर जानें पूजा विधि एवं शुभ मुहूर्त
हिन्दी पंचांग के अनुसार, हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिन्दी पंचांग के अनुसार, हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। एक मास में एक ही शिवरात्रि होती है। मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 13 दिसंबर दिन रविवार को है। साल 2020 का आखिरी मासिक शिवरात्रि 13 दिसंबर दिन रविवार को पड़ी है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि मासिक शिवरात्रि के दिन पूजा का मुहूर्त क्या है?
मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त
मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 13 दिसंबर को तड़के 03 बजकर 52 मिनट पर हो रहा है, जो उस तारीख को देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत 13 दिसंबर को रखा जाएगा। मासिक शिवरात्रि की पूजा के लिए 55 मिनट का समय प्राप्त हो रहा है। इस दिन आपको रात्रि 11 बजकर 48 मिनट से देर रात 12 बजकर 43 मिनट के मध्य मासिक शिवरात्रि की पूजा कर लेनी चाहिए।
शिवरात्रि पूजा का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, परम ब्रह्म सदाशिव महाशिवरात्रि की मध्य रात्रि को लिंग स्वरुप में प्रकट हुए थे। इस दिन भगवान शिव का जन्मदिन भी मनाया जाता है। पहली बार भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी ने लिंग स्वरुप भगवान शिव की आराधना की थी। वहीं, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती परिणय सूत्र में बंधे थे, इसलिए भी इस दिन को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है।
शिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा करने का विधान है। भक्त शिव और शक्ति दोनों की आराधना करते हैं। जो लोग मासिक शिवरात्रि का व्रत करना चाहते हैं, वे महाशिवरात्रि से इसका प्रारंभ कर सकते हैं। शिवरात्रि के दिन रात्रि पूजा का महत्व है। शिवरात्रि का व्रत करने से विवाह में आ रही समस्याओं का भी समाधान होता है और अच्छे वर की प्राप्ति होती है। जीवन में सुख, समृद्धि और शांति के लिए भी शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। मंगलवार के दिन की मासिक शिवरात्रि अत्यंत शुभ मानी जाती है।