जानिए इन चार आध्यात्मिक तरीकॉ के बारे में जो आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने मदद करेंगे
आध्यात्मिकता की एक भी परिभाषा नहीं है क्योंकि आध्यात्मिकता की अवधारणा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग होती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आध्यात्मिकता की एक भी परिभाषा नहीं है क्योंकि आध्यात्मिकता की अवधारणा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग होती है. ये उस चीज में विश्वास है जो आपसे बड़ी है. लेकिन ये केवल ईश्वर और धर्म में विश्वास करने से जुड़ा नहीं है. योग, ध्यान, प्रार्थना भी आध्यात्मिकता का एक हिस्सा हैं और शोध के अनुसार, ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद हैं. तो, यहां बताया गया है कि आध्यात्मिकता आपको मानसिक और शारीरिक रूप से कैसे स्वस्थ बना सकती है?
तनाव दूर करता है
तनाव अब हमारे दैनिक जीवन का एक सामान्य हिस्सा हो गया है. व्यस्त कार्यक्रम, समय सीमा, वित्तीय मामले, बिल और ईएमआई, रिश्ते की समस्याएं, पारिवारिक मुद्दे आदि सभी का आप पर गंभीर तनाव हो सकता है और ये आपके स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है. इसलिए, आध्यात्मिकता आपको तनाव को कम करने में मदद करती है ताकि आप शांत और आराम महसूस कर सकें.
माइंडफुलनेस एक तरह का मेडिटेशन है जो तनाव को कम करता है. एक शांत जगह ढूंढें, वहां बैठें और कुछ समय के लिए शांत महसूस करें. जब भी आप अभिभूत महसूस करें, इस तकनीक को आजमाएं. माइंडफुलनेस मेडिटेशन आपको डिप्रेशन से निपटने में भी मदद कर सकता है.
कम मृत्यु दर
कई शोधों में, ये देखा गया है कि जो लोग चैरिटी में शामिल होते हैं, उनकी मृत्यु दर कम होती है, वो लंबे समय तक जीवित रहते हैं. उन्हें हृदय रोग या किसी अन्य पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी कम होता है.
लो ब्लड प्रेशर
एक अन्य शोध से पता चला है कि आध्यात्मिक लोगों का ब्लड प्रेशर कम होता है. तनाव और हाोई ब्लड प्रेशर एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं. इसलिए, जब आप आध्यात्मिक गतिविधियां करना शुरू करते हैं, तब ये आपके हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है.
सामाजिक संबंध सुधारें
आध्यात्मिकता आपके संबंधों और सामाजिक संबंधों को बेहतर बनाती है. परिणामस्वरूप, आप नए लोगों से हमेशा मिलते हैं और बातचीत करते हैं और अच्छे संबंध बनाए रखते हैं. ये आपको हमेशा खुश और शांतिपूर्ण रहने में मदद करता है.
इस कोरोना महामारी के समय में हम सभी को आध्यात्मिकता को अपनाना चाहिए ताकि लोगों के मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बेहतर बनाया जा सके. मेडिटेशन और योगा कई तरह के रोगों से निजात दिलाने में मददगार साबित हो रही हैं. इसी तरह हम आध्यात्मिकता को भी अपने डेली रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं और इस मुश्किल की घड़ी में खुद को स्वस्थ रख सकते हैं.