जानिए आखिर क्यों भगवान गणेश की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए

दर्शन नहीं करने चाहिए

Update: 2023-08-24 09:22 GMT
ऐसा माना जाता है कि गणेश जी सभी की मनोकामनाएं पूर्ण कर देते है और अपने भक्तों पर हमेशा अपनी कृपा हमेशा बनाए रखते हैं। अगर कोई भक्त गणेश जी की पूजा अर्चना की जाए तो उनके सभी दुख भगवान गणेश जी दूर कर देते हैं, लेकिन ऐसा माना जाता है कि कभी भी भगवान गणेश की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए। चलिए जानते हैं कि इसके पीछे का कारण क्या है।
क्यों नहीं करने चाहिए भगवान गणेश जी के पीठ के दर्शन?
गणेशजी को रिद्धि-सिद्धि का दाता माना गया है और इनकी पीठ के दर्शन करना वर्जित किया गया है। मान्यताओं के अनुसार, गणेश जी के शरीर पर जीवन और ब्रह्मांड से जुड़े अंग निवास करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, गणेश जी के शरीर के हर अंग पर ब्रह्मांड की क्रियाएं छिपी हुई होती हैं। गणेश जी के कानों पर ऋचाएं, सूंड पर धर्म विद्यमान, दाएं हाथ में वर, बाएं हाथ में अन्न, पेट में समृद्धि, आंखों में लक्ष्य, नाभि में ब्रह्मांड, पैरों में सातों लोक और मस्तक में ब्रह्मलोक विद्यमान है।(इन उपायों से प्रसन्न होते है विघ्नहर्ता गणेश जी)
गणेशजी के सामने से दर्शन करने पर उपरोक्त सभी सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त हो जाती है लेकिन माना जाता है श्रीगणेश की पीठ पर दरिद्रता का निवास होता है। गणेशजी की पीठ के दर्शन करने वाला इंसान अगर बहुत धनवान भी हो तो उसके घर पर दरिद्रता का प्रभाव बढ़ जाता है। इसी कारण इनकी पीठ नहीं देखना चाहिए।
भगवान गणेश की पीठ का दर्शन कर ले तो क्या करना चाहिए?
अगर आपने भगवान गणेश की पीठ के दर्शन कर लिए हैं तो श्री गणेश से क्षमा याचना मांग लेना चाहिए। ऐसा करने से इसका प्रभाव खत्म हो जाए। हिंदू धर्म के पुराणों के अनुसार, अगर आपका कोई भी काम रुक रहा हो या फिर आप कोई भी काम करने में असमर्थ हो तो भगवान गणेश का मात्र नाम लेने से ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा के दौरान उन्हें मोदक, दुर्वा अवश्य इस्तेमाल करनी चाहिए। मान्यताओं के अनुसार विधिपूर्वक पूजा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर जरूर करें। इस तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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