जानिए क्यों मनाई जाती है गुप्त नवरात्रि

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है और इस दौरान 9 दिनों तक दुर्गा मां के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है. बता दें कि साल में चार बार नवरात्रि का त्योहार आता है

Update: 2022-06-21 09:31 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है और इस दौरान 9 दिनों तक दुर्गा मां के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है. बता दें कि साल में चार बार नवरात्रि का त्योहार आता है. इनमें से दो बार की नवरात्रि का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है और इस दौरान घरों और मंदिरों में अलग ही रौनक देखने (Gupt Navratri 2022 date) को मिलती है. वहीं दो गुप्त नवरात्रि होती हैं जो कि माघ और आषाढ़ के महीने में मनाई जाती है. आषाढ़ माह की नवरात्रि इस महीने 30 जून को शुरू होगी.

क्यों मनाते हैं गुप्त नवरात्रि?
बता दें कि गुप्त नवरात्रि अन्य नवरात्रि की तुलना में काफी अलग होती है. इस नवरात्रि में में गुप्त विद्या की सिद्धी हेतु साधना की जाती है. इस नवरात्रि में तंत्र साधना की जाती है जो कि गुप्त होती है और इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है. बता दें कि गुप्त नवरात्रि आमतौर पर तांत्रिक और साधको के लिए होती है. अघोर तांत्रिक गुप्त नवरात्रि में महाविद्याओं को सिद्ध करने के लिए उपासना करते हैं. इसलिए यह दूसरे नवरात्रि से बिल्कुल अलग होती है. गृहस्थ मनुष्य गुप्त नवरात्रि नहीं मनाते
होती है 10 महाविद्याओं की पूजा
आषाढ़ माह ही गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का पूजन किया जाता है और इसके साथ ही 10 तरह की महाविद्याओं की भी पूजा की जाती है. आइए जानते हैं इन महाविद्याओं के बारे में. 
मां काली
मां तारा
मां त्रिपुर सुंदरी
मां भुवनेश्वरी
मां छिन्नमस्ता
मां त्रिपुर भैरवी
मां धूमावती
मां बगलामुखी
मां मातंगी
मां कमला
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