जानें किन जगहों पर न रुकने की सलाह देती है चाणक्य नीति
कुछ लोगों को अकेले रहना पसंद होता है और कुछ लोग परिवार के साथ समय बिताने के शौकीन होते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रिश्तेदार और दोस्त: आचार्य चाणक्य के मुताबिक, बुरे वक्त में हमेशा आपके अपने ही आपका साथ देते हैं. इस फेहरिस्त में दोस्त और रिश्तेदार भी शामिल होते हैं. ऐसे में जिस जगह पर आपके दोस्त या रिश्तेदार मौजूद न हों, वहां ज्यादा देर तक नहीं रुकना चाहिए.
रोजगार के साधन: धन कमाना आजिविका के लिए बेहद ज़रूरी है. वहीं चाणक्य नीति के अनुसार, जिस जगह पर धन कमाने या रोजगार के साधन उपलब्ध न रहें, वहां रुकना बेकार है. ऐसे में जीवन को बेहतर बनाने के लिए इन जगहों से हट जाना ही अच्छा रहता है.
शिक्षा का महत्व: जीवन को बेहतर बनाने में शिक्षा भी महत्वपूर्ण योगदान निभाती है, इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिन जगहों पर शिक्षा का सम्मान न हो, वहां रुकना भी बेकार है. साथ ही शिक्षा के संसाधनों की कमी वाली जगहों पर भी व्यक्ति को नहीं रहना चाहिए.
गुणों का अभाव: चाणक्य नीति के अनुसार, बेहतर जिंदगी में सदगुणों का होना बहुत आवश्यक है. ऐसे में जिन जगहों पर गुणों का सम्मान न हो, वहां नहीं रहना चाहिए. ऐसी जगहों पर ज्यादा देर तक रुकने से बुद्धि का विकास भी रुक जाता है और गुणों के अभाव में जिंदगी भी आगे नहीं बढ़ पाती है