जानिए कब है सावन की शिवरात्रि और पूजन का शुभ मुहूर्त
सावन का महीना शुरू हो गया है और यह पावन महीना 12 अगस्त तक चलेगा. इस महीने लोग भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से उनका पूजन करते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन का महीना शुरू हो गया है और यह पावन महीना 12 अगस्त तक चलेगा. इस महीने लोग भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से उनका पूजन करते हैं और सावन के सोमवार का व्रत भी करते हैं. इस महीने पूजा-पाठ और उपासना का विशेष महत्व है. साथ ही कांवड़ यात्रा (Sawan 2022) के जरिए भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए पावन नदियों को जल भी लाया जाता है. यह जल सावन की शिवरात्रि (Shivratri Pujan Vidhi) के दिन भगवान शिव को चढ़ाया जाता है. आइए जानते हैं कब है सावन की शिवरात्रि और पूजन का शुभ मुहूर्त.
सावन शिवरात्रि 2022 तिथि और शुभ मूहुर्त
सावन की शिवरात्रि इस बार 26 जुलाई 2022, मंगलवार को है. जो जातक इस दिन भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना चाहते हैं उन्हें शुभ मूहुर्त के बारे में जानकारी होनी चाहिए. पूजा अभिषेक का शुभ मूहुर्त 26 जुलाई को शाम 7 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगा और रात 9 बजकर 28 मिनट तक रहेगा.
सावन शिवरात्रि पूजन विधि
हिंदू पंचांग के अनुसार वैसे हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि होती है. लेकिन महाशिवरात्रि और सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व है.
सावन की शिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें.
इसके बाद मंदिर में जाकर या फिर घर में मंदिर में साफ सफाई करने के बाद शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें.
रुद्राभिषेक के लिए गंगाजल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, गन्ने का रस आदि को सामग्री में शामिल करें.
फिर शिवलिंग पर चंदन का तिलक करें और मोली, पुष्म, बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल, कपूर, फल आदि अर्पित करें.
धूप, दीप, फल और फूल चढ़ाकर भगवान शिव का ध्यान करें. शिव की पूजा के दौरान शिव चालीसा, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव का पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है.