जानिए कब-कब हैं ज्येष्ठ माह में बड़ा मंगल
मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा को समर्पित है. इस दिन सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं.
मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा को समर्पित है. इस दिन सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं. ज्येष्ठ माह में हनुमान जी की पूजा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल कहते हैं. इस दिन बजरंग बली की पूजा का विशेष प्रावधान है. इस दिन जगह-जगह भंडारे होते हैं. ज्यादा गर्मी होने के कारण लोग प्याऊ लगवाते हैं. जगह-जगह राहगीरों को पानी पिलाते हैं. इसे बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है.
धार्मिक मान्यता है कि भीम को अपने बल का घमंड हो गया था, जिसे हनुमान जी ने इस दिन तोड़ दिया था. वहीं, दूसरी मान्यता यह भी है कि इस दिन हनुमान जी ने विप्र रूप में वन में विटरण करते समय भगवान प्रभु श्री राम से भेंट की थी. इसलिए भी इसे बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है. और इन दिनों में हनुमान जी की विशेष पूजा का प्रावधान है.
कब-कब हैं ज्येष्ठ माह में बड़ा मंगल
इस बार ज्येष्ठ माह की शुरुआत ही मंगलवार से हो रही है. इसलिए पहला बुढ़वा मंगल 17 मई के दिन पड़ रहा है. इसके बाद 24 मई, 31 मई, 7 जून और 14 जून पूरे माह में पांच मंगलवार पड़ेंगे.बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा से विशेष कृपा प्राप्त होती है. इस दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा करने से लाभ होता है. भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं. बड़े मंगल के दिन हनुमान जी का व्रत रखकर उनकी पूजा अर्चना करनी चाहिए. साथ ही, हनुमान जी का चालीसा पाठ करें. इस दिन बजरंग बाण का पाठ भी विशेष लाभदायी होता है. इस दिन सुबह स्नान के बाद हनुमान जी को रोली चंदन का तिलक लगाएं और पूजा करें. हनुमान जी को लाल रंग अत्यंत प्रिय है. इसलिए इस दिन लाल रंग की चीजों का अत्यधिक महत्व है. इस दिन लाल चीजों का दान या लाल वस्त्र का दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.