जानिए विनायक चतुर्थी के व्रत और पूजा में कौन से कार्य वर्जित,बप्पा हो जाएंगे नाराज
गणेश जी के नापसंद वस्तुओं को पूजा में न करें शामिल
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फाल्गुन माह (Phalguna Month) की विनायक चतुर्थी 06 मार्च दिन रविवार को है. इस दिन चंद्रमा का दर्शन करना अशुभ माना जाता है. विनायक चतुर्थी पर व्रत रखते हैं और गणेश जी (Lord Ganesha) की पूजा दोपहर तक कर लेते हैं. गणेश जी की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. हालांकि उनकी पूजा में कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है. गणेश जी के नापसंद वस्तुओं को पूजा में शामिल करते हैं, तो फिर गणपति बप्पा नाराज हो सकते हैं. आइए जानते हैं कि विनायक चतुर्थी व्रत और पूजा में कौन से 7 काम नहीं करने चाहिए.
विनायक चतुर्थी 2022 मुहूर्त
06 मार्च को दिन में 11:22 बजे से लेकर दोपहर 01:43 बजे के बीच विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त है. इस दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी है. इस योग में किए गए कार्य फलित होते हैं.
विनायक चतुर्थी में वर्जित कार्य
1. गणेश जी की पूजा में आपको तुलसी का प्रयोग नहीं करना है, वरना आप गणेश जी के क्रोध के भागी बन सकते हैं. गणेश जी ने तुलसी को श्राप दिया था और अपनी पूजा से वर्जित कर दिया था.
2. विनायक चतुर्थी के दिन जब गणेश जी की स्थापना कर दें, तो उनको अकेला न छोड़ें, वहां पर कोई न कोई अवश्य होना चाहिए.
3. गणेश जी की पूजा और व्रत में मन, कर्म और वचन से शुद्ध रहें. ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करें.
4. गणेश जी की पूजा में जब आप कोई दीपक जलाते हैं, तो उसका स्थान बार बार न बदलें और न ही उसे गणेश जी के सिंहासन पर रखें. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
5. विनायक चतुर्थी व्रत और पूजा के दिन ध्यान रहे कि आप फलाहार में नमक का सेवन न करें.
6. विनायक चतुर्थी की पूजा के समय गणेश जी की स्थापना इस प्रकार करें, उनकी पीठ का दर्शन न हो. पीठ का दर्शन करने से दरिद्रता आती है. ऐसी धार्मिक मान्यता है.
7. विनायक चतुर्थी के दिन काले वस्त्र न पहनें, काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक मानते हैं.