जनता से रिश्ता बेवङेस्क | 14 मार्च से खरमास लग रहे हैं। शाम 6 बजकर 4 मिनट पर सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल की सुबह 2 बजकर 33 मिनट तक मीन राशि में ही रहेंगे। इस अवधि को खरमास या मलमास कहते हैं। मलमास अथवा खरमास में विवाह कार्य, भूमि पूजन और गृह प्रवेश आदि वर्जित हैं। यदि सूर्य बृहस्पति की राशि मीन और धनु में आते हैं तब भी खरमास होता है। जानिए खरमास के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं-
खरमास के दौरान क्या करें-
-कहते हैं कि खरमास के दौरान सूर्यदेव की उपासना करनी चाहिए। मान्यता है कि सूर्य भगवान के आशीर्वाद से तरक्की और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- खरमास में भगवान विष्णु की पूजा करना लाभकारी होता है। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है।
-खरमास के दौरान ब्राह्मण, गुरु, गाय और साधुओं की सेवा करनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
-खरमास में सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान, संध्या आदि करके भगवान का स्मरण करना चाहिए।
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खरमास के दौरान क्या न करें-
-खरमास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
-खरमास में जमीन पर सोना चाहिए। इसके अलावा पत्तल पर भोजन करना शुभ माना गया है।
-खरमास के दौरान लड़ाई-झगड़ा और झूठ बोलने से बचना चाहिए।
-खरमास के दौरान मांस-मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।