सुखी वैवाहिक जीवन के लिए जानिए ये वास्तु टिप्स

Update: 2022-09-28 12:32 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।   विवाह एक ऐसा बंधन है जो दो अलग-अलग लोगों को एक साथ बांधता है. हर कोई चाहता है कि उसका वैवाहिक जीवन शांतिपूर्ण और सुखद हो, लेकिन कुछ वास्तु कारणों से पति-पत्नी के बीच बाधा उत्पन्न हो सकती हैं. वास्तु शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं जिनका पालन करके उन बाधाओं से छुटकारा पाया जा सकता है.

बेडरूम का स्थान
विवाहित जोड़े का बेडरूम घर के दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. इसके अलावा पति-पत्नी को दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए. इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा.
लकड़ी के फर्नीचर का प्रयोग
बेडरूम में सिर्फ लकड़ी के बने फर्नीचर ही होने चाहिए. पलंग, ड्रेसिंग टेबल, स्टडी टेबल आदि सब कुछ लकड़ी और कांच से बना होना चाहिए. कमरे में धातु के सामान रखने से बचना चाहिए.
एक ही गद्दे का प्रयोग
पति-पत्नी को एक ही गद्दे पर सोना चाहिए. क्योंकि यह विचारों और भावनाओं में एकता का प्रतिनिधित्व करता है. यह प्यार को बढ़ावा देता है और उनके वैवाहिक जीवन में सकारात्मकता लाता है.
एक-दूसरे को पर्याप्त समय दें
शादीशुदा जोड़े के बीच तनाव नहीं होना चाहिए. यह अक्सर रिश्ते को अलगाव और तलाक की ओर ले जाता है. इसलिए, पति-पत्नी को एक-दूसरे को पर्याप्त समय देना चाहिए.
हल्के रंगों का प्रयोग
बेडरूम को गुलाबी, हरे और नीले रंग के हल्के और सुखदायक रंगों से रंगा जाना चाहिए. हर कीमत पर गहरे रंगों से बचें क्योंकि वे नकारात्मक ऊर्जाओं को आकर्षित करते हैं और वैवाहिक जीवन में बाधाए पैदा करते हैं.
शीशे से बचें
बेडरूम में दर्पण रखने से दंपत्ति के बीच झगड़े और तर्क-वितर्क होते हैं. क्योंकि ये बुरी शक्तियों को आकर्षित करती है. इसलिए आपको शीशे को बिस्तर से दूर रखना चाहिए और रात के समय उसे कपड़े से ढक देना चाहिए.
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से बचें
बेडरूम में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे टेलीविजन, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि रखने से बचें. अगर यह संभव नहीं है, तो आपको उन्हें बिस्तर से दूर रखना चाहिए. गैजेट की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक किरणें सेहत के लिए बहुत हानिकारक होती हैं और इससे कपल के बीच तनाव भी पैदा हो सकता है.

न्यूज़ सोर्स: zeenews

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