जान ले ग्रहण पर सूतक के नियम

Update: 2023-10-03 15:48 GMT
वर्ष 2023 में 5 मई को प्रथम चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) लग चुका है और दूसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 29 अक्टूबर रविवार को लगने वाला है.
इस दिन देर रात एक बजकर छह मिनट से चंद्र ग्रहण शुरू होगा और दो बजकर बाइस मिनट पर समाप्त होगा.
अक्टूबर 2023 में लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत समेत एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका के अधिकतर हिस्सों में और हिंद महासागर, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका से भी दिखाई देगा.
कहां-कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण?
अक्टूबर 2023 में लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत समेत एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका के अधिकतर हिस्सों में और हिंद महासागर, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका से भी दिखाई देगा.
इस ग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा. चूंकि ये चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखेगा इसलिए सूतक के नियम भी यहां लागू होंगे. सूतक काल 28 अक्‍टूबर की शाम 4 बजकर 5 मिनट पर शुरू हो जाएंगे. इसी के साथ सूतक के नियम भी लागू हो जाएंगे और मंदिर वगैरह के कपाट बंद कर दिए जाएंगे.
चंद्र ग्रहण के तीन अलग-अलग रूप पूर्ण चंद्र ग्रहण, आंशिक चंद्र ग्रहण और पेनुमब्रल या उपछाया चंद्रग्रहण हैं. आइए इन तीनों के विषय में विस्तारपूर्वक जानते हैं.
जब सूरज और चांद के बीच पृथ्वी पूरी तरह न आकर केवल इसकी छाया ही चंद्रमा पर पड़ती है तब इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है.
जब चंद्र पर पृथ्वी की छाया न पड़कर उपछाया पड़ती है, तो इसे उपच्छाया चंद्रग्रहण कहा जाता है.इस ग्रहण में चंद्रमा के आकार पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ता है लेकिन चांद की रोशनी में हल्का सा धुंधलापन आ जाता है.
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