जानिए रोटी परोसने के नियम
अक्सर हम बड़े-बुजुर्गाें से सुनते आ रहे हैं कि खाना खाते समय बोलना नहीं चाहिए. हमेशा बैठकर खाना चाहिए, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हम इन बातों को अनदेखा कर देते है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अक्सर हम बड़े-बुजुर्गाें से सुनते आ रहे हैं कि खाना खाते समय बोलना नहीं चाहिए. हमेशा बैठकर खाना चाहिए, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हम इन बातों को अनदेखा कर देते हैं, जो हम पर भारी पड़ सकती है. वास्तु शास्त्र में भी खाना परोसने से लेकर खाने तक के नियम बताए गए हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि खाना परोसते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए अन्यथा घर में दरिद्रता, आर्थिक संकट छा सकता है. आइए जानते हैं खाने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें.
रोटी परोसने के नियम
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रोटी परोसते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमेशा थाली में ही रोटी लेकर आएं. साफ हाथों से ही रोटी परोसें. रोटी खत्म होने पर दूसरी रोटी प्लेट में लेकर आना चाहिए. इससे अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं और घर पर कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होती. वहीं, हाथ में रोटी लेकर आना शुभ नहीं माना जाता है. इससे परिवार में कलह की स्थिति उत्पन्न होती है और घर में दरिद्रता आती है.
बासी आटे का उपयोग न करें
अक्सर देखने में आता है कि सुबह का बचा हुआ या रात का बचा हुआ आटा बाद में उपयोग में लेते हैं. उसे फ्रिज में रख देते हैं और बाद में उसी आटे से दूसरे वक्त की रोटी बनाते हैं, जो करना सही नहीं माना जाता. शास्त्रों में बताया गया है कि बासी आटे की रोटी बनाने से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है. इस कारण परिवार के सदस्यों के बीच तनातनी का माहौल बना रहता है.
तीन रोटी नहीं रखनी चाहिए
शास्त्रों के अनुसार, खाना परोसते समय थाली में तीन रोटी नहीं रखनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि तीन रोटी परोसने से ग्रहों पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिस वजह से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि चली जाती है.