जानिए हनुमान चालीसा पाठ करने के नियम

हिंदू धर्म के देवताओं में हनुमान जी का विशेष स्थान है. धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार, हनुमान चालीसा का पाठ करने से कष्टों का निवारण होता है

Update: 2022-07-12 11:03 GMT

हिंदू धर्म के देवताओं में हनुमान जी का विशेष स्थान है. धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार, हनुमान चालीसा का पाठ करने से कष्टों का निवारण होता है और मनचाहा फल मिलता है. लेकिन, हनुमान चालीस का पाठ करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है. पंडित गोविंद पांडे बताते हैं कि सही नियमों का पालन करते हुए हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. आइए जानते हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे भगवान बजरंगबली की कृपा हम पर बनी रहे.

हनुमान चालीसा से कटता है संकट
कुछ लोग नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. कुछ लोग केवल मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा पढ़ते हैं. पुरुष हों या महिलाएं, कोई भी हनुमान चालीस का पाठ कर सकते हैं. बजरंबली के पाठ से ना सिर्फ मन की शांति मिलती है, बल्कि संकट भी कटता है. पंडित गोविंद पांडे बताते हैं कि हनुमान चालीस का पाठ सबको करना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करने के नियम और कायदे होते हैं, उनके अनुसान हनुमान चालीस का पाठ करना चाहिए.
हनुमान चालीसा पाठ करने के नियम
हनुमान चालीसा में मन को शांत रखें. केवल हनुमान चालीसा के श्लोक पर ध्यान रखें.
हनुमान चालीसा पढ़ते समय पूजा स्थल साफ सुधरा होना चाहिए. बैठने के निवास को भी शुद्ध और पवित्र रखें.
हनुमान चालीसा एक जगह ही बैठकर करना चाहिए. मंदिर, घर या किसी तीर्थ क्षेत्र में आप हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं.
हनुमान चालीसा को एक निश्चित समय पर ही करें जैसे सुबह और शाम.
हनुमान चालीसा करते समय लाल रंग के फूल का उपयोग करें.
हनुमान चालीसा शुरू करने से पहले दीप प्रज्ज्वलित ज़रूर करें. दीपक की बाती भी लाल सूत की होनी चाहिए. दीपक में शुद्ध घी होना चाहिए.
हनुमान चालीसा पूर्ण होने पर बजरंगबली को गुड़ और चने का प्रसाद चढ़ाएं. आप केसरिया बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, चूरमा आदि का भोग लगा सकते हैं.
इस तरह हनुमान चालीसा का पाठ संपन्न करें और भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करें.


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