नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता देवी की पूजा की जाती है. इनकी पूजा करने से संतान सुख मिलता है और उनके संतान के जीवन में सुख आता है. स्कंदमाता की पूजा से घर में सुख-संपत्ति आती है व्रत रखने वाले को इस दिन भजन-कीर्तन करना चाहिए. स्कंदमाता की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और घर में सकारात्मकता आती है. शास्त्रों में स्कंदमाता के अनमोल विचारों का व्याख्यान है और उनके अनमोल विचार जीवन में अपनाने से भक्त का जीवन संवर सकता है.
मां स्कंदमाता के अनमोल विचार अपनाएं (Skandamata Quotes in Hindi)
कुमार कार्तिकेय को भगवान स्कंद कते हैं. जिन्होंने देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति रूप से युद्ध किया ता. भगवान स्कंद की माता होने के कारण मां दुर्गा का नाम स्कंदमाता पड़ा था. स्कंदमाता की चार भुजाएं हैं, जिनके दाहिनी तरफ वाली भुजा में कमल का फूल, बाईं ओर भी कमल का फूल रहता है. उनके कोट्स पढ़कर दुर्गा मां की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहेगी.
1. सिंह पर हो सवार ज्ञान का भंडार
चेतना की दाता जय हो स्कंदमाता
2. माता रानी का पर्व है आता संग में अनेकों खुशियां लाता
जो भी सच्चे हृदय से मांगे उसको वह फल मिल जाता
3.मां स्कंदमाता आपकी कृपा हम सभी पर बनी रहे
आपकी कृपा से बल बुद्धि और ज्ञान मिले
4. स्नेह और प्रेम की मूर्ति
मां स्कंदमाता को शत शत नमन है
आप हमारे सभी बिगड़े काम बनाने वाली
जगत जननी ऐसे ही कृपा बरसाते रहे
5. मां की महिमा का गुणगान करो
नवरात्रि के पावन दिन में ध्यान करो
मिल जाएगी तुमको मुक्ति
चित्त लगाकर प्रणाम करो
6.साहस और धैर्य से काम करते रहो
आपके सभी कार्यों को सफल बनाएगी
आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगी
मां स्कंदमाता तेरी सदा ही जय