जानिए हनुमान जी के ये शक्तिशाली पाठ का चमत्कार

मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे संकटमोचन हनुमान के हनुमान बाहुक पाठ की महिमा. हनुमान जी का ये पाठ व्यक्ति की बड़ी से बड़ी बाधा को हरने में सक्षम माना जाता है.

Update: 2021-12-07 06:44 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज मंगलवार का दिन है. हिंदू धर्म में सप्ताह के सारे दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित हैं. ऐसे में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना जाता है. हनुमान बाबा को बजंरगबली, महावीर और संकट मोचन जैसे नामों से पुकारा जाता है. मान्यता है कि हनुमान जी की प्रेम और भक्ति से पूजन करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं.

ऐसे में आज हम आपको बताएंगे संकटमोचन हनुमान के हनुमान बाहुक पाठ की महिमा. मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार चल र​हा है, या काफी समय से असहनीय पीड़ा सह रहा है, तो उसे हनुमान बाहुक का पाठ जरूर करना चाहिए. माना जाता है कि हनुमान बाहुक के पाठ में शारीरिक व्याधियों को हर लेने की क्षमता होती है. ये व्यक्ति के कष्टों को दूर कर देता है. यहां जानिए हनुमान बाहुक से जुड़ी खास बातें.
तुलसीदास ने की थी रचना
मान्यता है कि हनुमान बाहुक भी तुलसीदास रचित रचना है. कथानुसार एक बार गोस्वामी तुलसी दास जी बहुत ज्यादा बीमार हो गए थे. उनकी तकलीफ बहुत बढ़ चुकी थी और उनके हाथ में दर्द असहनीय था. तब उन्होंने हनुमान बाबा से अपनी तकलीफ को दूर करने की विनती की और 44 चरणों की हनुमान स्तुति को पूरे भक्ति भाव से पढ़ा. उनकी भक्ति को देखकर हनुमान जी को उनके कष्टों को दूर करने के लिए आना पड़ा. 44 चरणों की वो स्तुति हनुमान बाहुक ही थी. तब से ये मान्यता है कि यदि घर में कोई बीमार व्यक्ति हनुमान बाहुक के पाठ को पूरी श्रद्धा के साथ करे, तो उसके सारे कष्ट मिट जाते हैं.
ऐसे करना चाहिए हनुमान बाहुक का पाठ
हनुमान बाहुक का पाठ 26 या 21 दिनों तक लगातार किया जाता है. इसे हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बैठकर पढ़ना चाहिए. पढ़ते समय प्रतिमा के सामने एक तांबे के पात्र में जल रखें. उस जल में तुलसी का पत्ता डाल दें. पाठ करने के बाद हनुमान बाबा की आरती करें और तुलसी का पत्ता उसी जल से निगल लें. रोजाना 26 या 21 दिनों तक ऐसा करने से सभी तरह की शारीरिक व्याधियों से मुक्ति मिलती है.
हनुमान बाहुक से मिलते हैं ये भी फायदे
कहा जाता है कि हनुमान बाहुक का पाठ करने से गठिया, वात रोग, सिर दर्द, गले में दर्द, जोड़ों के दर्द की परेशानियों में काफी लाभ मिलता है. इसके अलावा व्यक्ति के रुके हुए काम भी बन जाते हैं, चाहे वो नौकरी से जुड़े हों, धन से या किसी अन्य चीज से. माना जाता है कि हनुमान बाहुक का पाठ आपके आसपास एक सुरक्षा कवच बना देता है, जिसके कारण भूत और प्रेत आदि व्यक्ति को छू भी नहीं पाते. वो व्यक्ति हर तरह से सुरक्षित रहता है.


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