रुद्राक्ष की शुद्धता जांच करने की विधि को जानने
रुद्राक्ष को भगवान शिव के नेत्र से निकला हुआ आंसू माना जाता है. भगवान शिव की कृपा दिलाने वाले पवित्र बीज रुद्राक्ष को धारण करने से पहले उसकी शुद्धता की जांच करने की विधि को जानने के लिए पढ़े ये लेख.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिंदू धर्म में धारण की जाने वाली तमाम पवित्र मालाओं में रुद्राक्ष की माला काफी लोकप्रिय है. मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है. यही कारण है कि हर शिव भक्त अपने शरीर पर महादेव के इस मनके को किसी न किसी रूप में धारण किये रहता है. विभिन्न प्रकार के रुद्राक्षों में कई ऐसे रुद्राक्ष हैं, जो बहुत मुश्किल से मिलते हैं और बहुत महंगे होते हैं. नतीजतन, कुछ लोग बाजार में नकली रुद्राक्ष बनाकर गलत फायदा उठाने की कोशिश करते है. कई बार ऐसा सुनने में आता है कि रूद्राक्ष की धारियां काटकर या दो रूद्राक्षों को जोड़कर एक महंगा रूद्राक्ष बना लिया जाता है. नकली गणेश, गौरीशंकर और त्रिदेव रूद्राक्ष तक भी बनाए जाते हैं, जबकि ये दुर्लभ और महंगे होते है. आइए असली रुद्राक्ष को पहचान करने की विधि जानते हैं.