जानिए फरवरी 2022 के दूसरे सप्ताह के व्रत एवं त्योहारों की सूची

नए साल 2022 के फरवरी के दूसरे सप्ताह का प्रारंभ 07 तारीख से हो रहा है

Update: 2022-02-06 04:17 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नए साल 2022 के फरवरी के दूसरे सप्ताह का प्रारंभ 07 तारीख से हो रहा है. इस सप्ताह में रथ सप्तमी (Ratha Saptami), भीष्म अष्टमी, जया एकादशी (Jaya ekadashi), प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat), कुंभ संक्रांति (Kumbh Sankranti), गुप्त नवरात्रि पारण जैसे प्रमुख व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं. यह सप्ताह धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. इसमें सूर्य देव की जयंती मनाई जाएगी और सूर्य देव इस सप्ताह में ही राशि परिवर्तन करेंगे, जो सूर्य की कुंभ संक्रांति होगी. सूर्य देव का मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश होगा. आइए जानते हैं फरवरी 2022 के दूसरे सप्ताह के व्रत एवं त्योहारों के बारे में, ताकि आप समय पूर्व इनके लिए तैयारियां कर लें और विधिपूर्वक इनको करें.

फरवरी 2022 के दूसरे सप्ताह के व्रत एवं त्योहार
07 फरवरी, सोमवार: रथ सप्तमी, सूर्य जयंती या अचला सप्तमी
पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सूर्य देव अपने रथ पर प्रकट हुए थे और पूरे संसार को प्रकाशवान किया था. इस तिथि को रथ सप्तमी कहते हैं. इस दिन सूर्य जयंती या अचला सप्तमी का व्रत रखा जाता है और सूर्य देव की पूजा की जाती है.
08 फरवरी, मंगलवार: भीष्म अष्टमी
माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को भीष्म अष्टमी होता है. पितामह भीष्म ने कुरुक्षेत्र के मैदान में इस तिथि को ही अपने प्राण त्याग किए थे. उनको इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था, इसलिए उन्होंने सूर्य के उत्तरायण होने के बाद इस तिथि को अपने प्राण त्याग किए. इस दिन पितामह भीष्म् के लिए श्राद्ध भी किया जाता है.
11 फरवरी, शुक्रवार: गुप्त नवरात्रि का समापन
माघ की गुप्त नवरात्रि का समापन 11 फरवरी को होगा. जो लोग व्रत होंगे, वे इस दिन पारण करके गुप्त नवरात्रि व्रत का समापन करेंगे. गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं का प्रतिदिन पूजन होता है. उनकी कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
12 फरवरी, शनिवार: जया एकादशी
जया एकादशी व्रत 12 फरवरी को है. माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. विष्णु पूजा के समय जया एकादशी व्रत कथा का श्रवण किया जाता है. इससे मोक्ष की प्राप्ति होती है.
13 फरवरी, रविवार: कुंभ संक्रांति, प्रदोष व्रत
कुंभ संक्रांति 2022: इस साल सूर्य की कुंभ संक्रांति 13 फरवरी दिन रविवार को है. इस दिन सूर्य देव मकर राशि से कुंभ में प्रवेश करेंगे.
प्रदोष व्रत: माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 13 फरवरी को रखा जाएगा. यह फरवरी मा​ह का पहला प्रदोष व्रत एवं माघ माह का अंतिम प्रदोष व्रत है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. उनकी कृपा से आरोग्य, संतान, सुख एवं सौभाग्य की प्राप्ति होती है.


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