जानिए अगस्त महीने में पड़ने वाले अहम त्योहार और उनकी तारीख
सावन महीनाव्रत-त्योहारों का महीना होता है. इस बार यह महीना 25 जुलाई से शुरू हुआ है और 22 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के साथ खत्म होगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन महीना (Sawan Month) व्रत-त्योहारों (Vrat-Tyohar) का महीना होता है. इस बार यह महीना 25 जुलाई से शुरू हुआ है और 22 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के साथ खत्म होगा. चूंकि सावन महीना का ज्यादातर हिस्सा अगस्त महीने (August Month) में पड़ेगा, लिहाजा अगस्त महीने में कई अहम व्रत-त्योहार पड़ेंगे. इनमें सावन शिवरात्रि, हरियाली तीज, रक्षाबंधन के अलावा भाद्रपद महीने में आने वाली जन्माष्टमी भी शामिल है. आइए जानते हैं जानिए अगस्त महीने में पड़ने वाले अहम त्योहार और उनकी तारीख
अगस्त महीने के महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार
सावन महीने के बाकी 3 सोमवार भी अगस्त महीने में पड़ेंगे. यह 2 अगस्त, 9 अगस्त को 16 अगस्त को पड़ेंगे.
4 अगस्त को कामिका एकादशी- सावन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहते हैं. सारी एकादशी की तरह इस दिन भी भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. जी को समर्पित है.
5 अगस्त को कृष्ण प्रदोष व्रत- हर महीने की त्रयोदशी को भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है.
7 अगस्त को सावन शिवरात्रि- हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि व्रत रखा जाता है. सावन महीने की यह शिवरात्रि बहुत अहम होती है.
8 अगस्त को सावन अमावस्या– सावन महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहते हैं. इसके अलावा अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना और तर्पण किया जाता है.
11 अगस्त को हरियाली तीज- सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन रखा जाने वाला यह व्रत सुहागिनों के लिए बहुत अहम होता है. अपने पति की लंबी उम्र के लिए वे कठिन व्रत रखती हैं.
12 अगस्त को विनायक चतुर्थी– हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाता है. इस दिन व्रत करने से गणेश जी सारे कष्टों से मुक्ति देते हैं.
13 अगस्त को नागपंचमी– सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग देवता की पूजा की जाती है.
18 अगस्त को पुत्रदा एकादशी– सावन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को संतान सुख के लिए यह व्रत रखा जाता है. इसमें भगवान विष्णु की पूजा की जाती है.
20 अगस्त को शुक्ल प्रदोष व्रत– इस दिन सावन महीने का दूसरा प्रदोष व्रत है. प्रदोष व्रत शिव जी की कृपा पाने के लिए किया जाता है.
21 अगस्त को ओणम– यह दक्षिण भारत का प्रमुख त्योहार है.
22 अगस्त को रक्षा बंधन– हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक रक्षाबंधन का यह त्योहार सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. भाई-बहन के रिश्ते का यह पर्व भाई की लंबी आयु और बहन की रक्षा के संकल्प का प्रतीक है.
25 अगस्त को कजरी तीज– भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की तृतीया को कजरी तीज मनाते हैं. यह व्रत भी सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं.
30 अगस्त को जन्माष्टमी– भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन मध्यरात्रि में भगवान का जन्म हुआ था.