जानिए दुर्गा अष्टमी का महत्व और शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। यूं तो हर साल कुल चार नवरात्रि आते हैं, लेकिन चैत्र व शारदीय नवरात्रि खास होते हैं।

Update: 2022-03-30 03:47 GMT

जानिए दुर्गा अष्टमी का महत्व और शुभ मुहूर्त

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। यूं तो हर साल कुल चार नवरात्रि आते हैं, लेकिन चैत्र व शारदीय नवरात्रि खास होते हैं। चैत्र नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां जगदंबे को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत रखते हैं और उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि में घटस्थापना की जाती है। चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन रामनवमी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन ही भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। नवमी से ठीक एक दिन पहले दुर्गा अष्टमी मनाते हैं। नवरात्रि में भक्तों के बीच राम नवमी व दुर्गा अष्टमी की तिथि को लेकर असमंजस रहता है, ऐसे में जानिए यहां पर जानें सही तिथि-

दुर्गा अष्टमी पर बन रहा ये शुभ योग-
हिंदू पंचांग के अनुसार, 10 अप्रैल 2022 को देर रात 01 बजकर 23 मिनट तक अष्टमी तिथि रहेगी। इसके बाद नवमी तिथि लग जाएगी। वहीं, 9 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 25 मिनट के बाद सुकर्मा योग लग जाएगा। सुकर्मा योग को ज्योतिष शास्त्र में शुभ योगों में गिना जाता है। इस योग में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होने की मान्यता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सुकर्मा योग में किसी नौकरी को ज्वॉइन करना व मांगलिक कार्य करना बेहद उत्तम रहता है।
दुर्गा अष्टमी 2022 शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:32 ए एम से 05:17 ए एम।
अभिजित मुहूर्त- 11:57 ए एम से 12:48 पी एम।
विजय मुहूर्त- 02:30 पी एम से 03:20 पी एम।
गोधूलि मुहूर्त- 06:31 पी एम से 06:55 पी एम।
अमृत काल- 01:50 ए एम, अप्रैल 10 से 03:37 ए एम, अप्रैल 10
रवि योग- 04:31 ए एम, अप्रैल 10 से 06:01 ए एम, अप्रैल 10
नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा का स्वरूप-
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि राहु ग्रह देवी महागौरी द्वारा शासित है।
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