जानें योगिनी एकादशी की तिथि और महत्व
हर माह में दो एकादशी पड़ती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से आषाढ़ मास (Ashada Month) शुरू हो चुका है. आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर माह में दो एकादशी पड़ती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से आषाढ़ मास (Ashada Month) शुरू हो चुका है. आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस बार योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून को पड़ रहा है. एकादशी व्रत को श्रेष्ठ व्रतों में से एक माना गया है और मोक्षदायी कहा जाता है. इसके नियम भी काफी कठिन माने जाते हैं. योगिनी एकादशी को लेकर शास्त्रों में लिखा है कि इस व्रत को विधिवत रहने से व्यक्ति के समस्त पाप मिट जाते हैं और उसे 88,000 ब्राह्मणों को भोजन कराने का फल प्राप्त होता है. मृत्यु के बाद मृतक की आत्मा को नर्क की किसी यातना का भोग नहीं करना पड़ता है. वो सीधे विष्णुधाम को जाती है. अगर आप भी एकादशी का व्रत रखते हैं तो आने वाली योगिनी एकादशी के दिन यहां बताए जा रहे नियमों का पालन जरूर करें.