Utpanna Ekadashi ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन एकादशी तिथि को खास माना गया है जो कि भगवान विष्णु को समर्पित होती है इस दिन भक्त भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं पंचांग के अनुसार हर माह में दो एकादशी व्रत पड़ते हैं ऐसे साल में कुल 24 एकादशी आती है
अभी मार्गशीर्ष मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्न एकादशी के नाम से जाना जा रहा है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है और जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि मार्गशीर्ष मास की उत्पन्ना एकादशी कब मनाई जाएगी तो आइए जानते हैं।
उत्पन्ना एकादशी की तारीख और मुहूर्त—
पंचांग के अनुसार अगहन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 25 नवंबर दिन सोमवार की रात 1 बजकर 2 मिनट से आरंभ हो रही है जो कि अगले दिन यानी की 26 नवंबर दिन मंगलवार की रात 3 बजकर 47 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। 26 नवंबर को एकादशी तिथि सूर्योदय के समय रहेगी। इसलिए ये व्रत इसी दिन किया जाएगा। इस दिन कई सारे शुभ योगों का निर्माण हो रहा है जिसके चलते इस व्रत का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है।
उत्पन्ना एकादशी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 33 मिनट से लेकर 10 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा दूसरा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से 1 बजकर 34 मिनट तक का समय भी शुभ है। इसके अलावा आखिरी मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 55 मिनट से 4 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।