जानिए गुड़ी पड़वा का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व
गुड़ी पड़वा का त्योहार खासतौर पर महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और आंध्र प्रदेश की तरफ जोर शोर से मनाया जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुड़ी पड़वा (Gudi Padwa) का त्योहार खासतौर पर महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और आंध्र प्रदेश की तरफ जोर शोर से मनाया जाता है. इसे उगादी, युगादी, छेती चांद जैसे नामों से भी जाना जाता है. हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar) के हिसाब से गुड़ी पड़वा के दिन से ही चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) की शुरुआत होती है और इसी दिन से हिंदू नववर्ष भी प्रारंभ होता है. इस बार गुड़ी पड़वा का पर्व 2 अप्रैल को शनिवार के दिन पड़ रहा है. गुड़ी पड़वा को लेकर और भी कई तरह की बातें प्रचलित हैं. कहा जाता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि का सृजन किया था और इसी दिन से सतयुग की शुरुआत हुई थी. ये भी मान्यता है कि त्रेतायुग में नारायण अवतार प्रभु श्रीराम ने गुड़ी पड़वा के दिन बालि का वध करके लोगों को उसके आतंक से मुक्त कराया था. यहां जानिए गुड़ी पड़वा से जुड़ी खास बातें.