भाद्रपद मास: हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन शिव को समर्पित प्रदोष व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में आता है अभी भाद्रपद मास चल रहा है और इस महीने का दूसरा प्रदोष व्रत बेहद ही खास है क्योंकि ये प्रदोष व्रत गणेश उत्सव के दौरान पड़ रहा है।
ऐसे में भक्त प्रदोष व्रत के दिन शिव संग उनके पुत्र गणेश की विधिवत पूजा करेंगे और उपवास आदि भी रखेंगे। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव और श्री गणेश की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही साथ आर्थिक परेशानियों से भी मुक्ति मिल जाती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रदोष व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त की जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भाद्रपद मास के प्रदोष व्रत की तिथि—
आपको बता दें कि इस साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 27 सितंबर दिन बुधवार को किया जाएगा। बुधवार के दिन प्रदोश व्रत पड़ने के कारण ही इसे बुध प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा हैं इस बार का प्रदोष व्रत बेहद खास है इस दिन व्रत पूजन करने वाले साधक को कभी न खत्म होने वाले पुण्य की प्राप्ति होगी।
भाद्रपद मास के बुध प्रदोष व्रत का मुहूर्त—
धार्मिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 27 सितंबर को प्रात: 1 बजकर 45 मिनट से आरंभ हो रही है और उसी दिन रात को 10 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। जो कि भाद्रपद मास का आखिरी प्रदोष व्रत होगा।