ज्योतिष। सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन नवरात्रि बेहद ही खास मानी जाती हैं जो कि देवी आराधना का महापर्व होता हैं। नवरात्रि का त्योहार साल में कुल चार बार पड़ता हैं जिसमें दो गुप्त नवरात्रि होती हैं अभी आषाढ़ का महीना चल रहा हैं और इस माह पड़ने वाली नवरात्रि को आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जा रहा हैं।
इस दौरान मां दुर्गा की पूजा गुप्त तरीके से की जाती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से देवी कृपा बरसती हैं और सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती हैं गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों तक साधक दस महाविद्याओं की विधिवत पूजा करते हैं माना जाता हैं कि ऐसा करने से सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती हैं तो आज हम आपको गुप्त नवरात्रि की तारीख और कलश स्थापना का मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
गुप्त नवरात्रि की तारीख और कलश स्थापना का मुहूर्त—
पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि का आरंभ हो रहा है और इसका समापन नवमी तिथि पर हो जाएगा। इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 19 जून दिन सोमवार से शुरू हो रही है और 28 जून को समाप्त हो जाएगी। गुप्त नवरात्रि में गुप्त तरीके से पूजा का विधान हैं जिसमें तांत्रिक कलश स्थापना करते हैं वही गृहस्थ लोग सामान्य पूजा करते हैं।
ऐसे में गुप्त नवरात्रि के प्रथम दिन पर कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह 5 बजकर 23 से सुबह 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक का वक्त भी उत्तम रहेगा। मान्यता है कि इन मुहूर्त में कलश स्थापना करने से साधक को देवी मां की विशेष कृपा प्राप्त होती हैं।