जानिए चैत्र नवरात्रि की कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन सामग्री

हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व होता है। 01 वर्ष में कुल चार नवरात्रि के पर्व मनाए जाते हैं जिसमें से शारदीय और चैत्र नवरात्रि बहुत ही खास होते हैं।

Update: 2022-03-24 04:04 GMT

जानिए चैत्र नवरात्रि की कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन सामग्री

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व होता है। 01 वर्ष में कुल चार नवरात्रि के पर्व मनाए जाते हैं जिसमें से शारदीय और चैत्र नवरात्रि बहुत ही खास होते हैं। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 02 अप्रैल, शनिवार से होने जा रहे हैं। शनिवार का दिन होने की वजह से देवी दुर्गा घोड़े पर सवार होकर पूरे नौ दिनों तक पृथ्वी पर वास करेंगे और अपने भक्तों पर कृपा बरसाएंगी। चैत्र नवरात्रि हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और इस दिन कलश स्थापना के साथ देवी के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री का पूजा-आराधना की जाती है। नवरात्रि नवमी तिथि तक चलेगी जिसमें कन्या पूजन के बाद दशमी तिथि को पारण किया जाएगा।

इस वर्ष चैत्र नवरात्रि पूरे 9 दिनों तक रहेगी। दरअसल कई बार तिथियां घट और बढ़ जाती है तो कई बार तिथियों का लोप भी हो जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार कई बार कोई तिथि 24 घंटे से अधिक तो कोई तिथि 12 घंटे से कम हो जाती है। नवरात्रि पर अगर तिथियां बढ़ती तो नवरात्रि 9 दिनों के बजाय 10 दिनों तक हो सकती है और जब तिथि घट या लोप होती है तो नवरात्रि 8 दिनों की भी हो सकती है। तिथि के सामान्य रहने पर नवरात्रि का पर्व 9 दिनों का होता है। आइए जानते है इस चैत्र नवरात्रि की खास बातें।
चैत्र नवरात्रि 2022 की तिथियां
प्रतिपदा तिथि, 02 अप्रैल, पहला दिन: मां शैलपुत्री की पूजा और कलश स्थापना
द्वितीया तिथि, 03 अप्रैल, दूसरा दिन: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
तृतीया तिथि, 04 अप्रैल, तीसरा दिन: मां चंद्रघंटा की पूजा
चतुर्थी तिथि, 05 अप्रैल, चौथा दिन: मां कुष्मांडा की पूजा
पंचमी तिथि, 06 अप्रैल, पांचवा दिन: देवी स्कन्दमाता की पूजा
षष्ठी तिथि, 07 अप्रैल, छठा दिन: मां कात्यायनी की पूजा
सप्तमी तिथि, 08 अप्रैल, सातवां दिन: मां कालरात्रि की पूजा
अष्टमी तिथि, 09 अप्रैल, आठवां दिन: देवी महागौरी की पूजा,दुर्गा अष्टमी
नवमी तिथि, 10 अप्रैल, नौवां दिन: मां सिद्धिदात्री की पूजा,राम नवमी
दशमी तिथि, 11 अप्रैल, दसवां दिन: नवरात्रि का पारण, हवन
नवरात्रि के 09 दिनों का महत्व
नवरात्रि का त्योहार देवी दु्र्गा की पूजा-आराधना और शक्ति की उपासना का पर्व है। जिसमें पूरे 09 दिनों तक देवी दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-आराधना की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्रि 02 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक रहेगी। इस बार चैत्र नवरात्रि 9 दिनों की होगी। शास्त्रों में 9 दिनों की नवरात्रि को बहुत ही शुभ माना जाता है, वहीं 8 दिनों की नवरात्रि को अच्छा नहीं माना जाता है। 10 दिनों की नवरात्रि बहुत ही विशेष होती है।
चैत्र नवरात्रि 2022 घटस्थापना मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि की शुरुआत : 01 अप्रैल,2022 सुबह 11 बजकर 54 से आरंभ
प्रतिपदा तिथि की समाप्ति : 02 अप्रैल,2022 सुबह 11 बजकर 57 पर समाप्त
घटस्थापना शुभ मुहूर्त: सुबह 6 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक
घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:08 बजे से 12:57 बजे तक रहेगा।
चैत्र नवरात्रि पूजन सामग्री:
1. मां दुर्गा की नई मूर्ति
2. चौकी ,वस्त्र और एक आसन
3. एक नई लाल रंग की चुनरी
4. मिट्टी का एक कलश, आम या अशोक की हरी पत्तियां
5. लाल सिंदूर, गुलाब व गुड़हल का फूल और फूलों की माला
6. श्रृंगार की सामग्री
7. दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती और मां दुर्गा आरती की किताबें
8. अक्षत, गंगाजल, शहद, कलावा, चंदन, रोली, जटा नारियल
9. गाय का घी, धूप, अगरबत्ती, पान का पत्ता, सुपारी, लौंग, इलायची, कपूर, अगरबत्ती
10. दीपक, बत्ती के लिए रुई, केसर, नैवेद्य, पंचमेवा, गुग्गल, लोबान, जौ, फल, मिठाई, उप्पलें
11. एक हवन कुंड, हवन की सामग्री और आम की सूखी लकड़ियां
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