रंग पंचमी किस दिन है जानें शुभ मुहूर्त और जरूरी तिथि
त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वहीं होली से 8 दिन पहले होलाष्टक (Holashtak) लग जाता है. होलाष्टक लगने के बाद होली (Holi) तक कोई शुभ काम नहीं किया जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वहीं होली से 8 दिन पहले होलाष्टक (Holashtak) लग जाता है. होलाष्टक लगने के बाद होली (Holi) तक कोई शुभ काम नहीं किया जाता है. मान्यता है कि इन 8 दिन सारे ग्रह उग्र रहते हैं क्योंकि इन दिनों के दौरान विष्णु भक्त प्रहलाद को यातनाएं दी गई थीं. होली का त्योहार मुख्यतौर पर फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से शुरू होता है और इसे चैत्र मास की पंचमी तक मनाते है. चैत्र मास की पंचमी तिथि को रंगपंचमी (Rang panchami) भी कहते हैं. वहीं कुछ लोग श्रीपंचमी और देव पंचमी (Dev Panchami) के नाम से भी जानते हैं. इसे देव पंचमी इसलिए कहते हैं क्योंकि देवी-देवता भी रंगों का ये महा उत्सव मनाते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रंगपंचमी बहुत महत्वपूर्ण तिथियों में से एक है. माना जाता है कि इस दिन हवा में गुलाल उड़ाना शुभ होता है. वहीं देवी-देवता भी पृथ्वीलोक पर मनुष्यों के साथ गुलाल खेलने के लिए उतर आते हैं. मान्यता है कि इस दिन श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने राधा रानी के साथ होली खेली थी. यही कारण है कि रंगपंचमी के दिन राधा रानी और श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है. इस साल रंगपंचमी 22 मार्च को मनाई जाएगी. वहीं 17 मार्च की रात को होलिका दहन (Holika Dahan) और 18 मार्च को होली खेली जाएगी.