जानिए चाणक्य के अनुसार, सच्चे मित्र इन 6 परिस्थितियों में नहीं छोड़ते साथ
आइए जानते हैं चाणक्य की इन नीतियों के बारे में
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मित्रता और मित्र के ऊपर काफी नीतियों का बखान किया है. उन्होंने यह भी बताया कि व्यक्ति को किस प्रकार के लोगों से मित्रता करनी चाहिए और किससे नहीं. साथ ही वो ये अपने नीति ग्रंथ यानी चाणक्य नीति में यह भी बताते हैं कि किस प्रकार के मित्र धोखेबाज होते हैं और कौन से सच्चे. आइए जानते हैं चाणक्य की इन नीतियों के बारे में.
चाणक्य के मुताबिक व्यक्ति का अच्छा मित्र वही है जो उसे 6 परिस्थितियों में साथ न छोड़े...
- अच्छा मित्र वही होता है तो जरूरत के समय साथ खड़ा रहता है और आपके बुरे समय को टालने में आपकी मदद करता है. मुसीबत के समय में व्यक्ति को अगर किसी मित्र का साथ मिल जाए तो वो परेशानी से आसानी से पार पा लेता है.
- किसी दुर्घटना के दौरान साथ देने वाला व्यक्ति ही आपका सच्चा मित्र होता है. मतलबी इंसान ऐसी परिस्थिति में साथ छोड़ देते हैं.
- जब व्यक्ति के घर और इलाके में अकाल पड़ा हो तो उसे मदद करने वाला व्यक्ति ही उसका सच्चा मित्र होता है, क्योंकि उस समय वो उसकी जान को बचा रहा होता है.
- चाणक्य कहते हैं कि युद्ध के समय साथ देने वाला व्यक्ति ही आपका सच्चा हितकारी होता है. ऐसे व्यक्ति कभी आपको साथ नहीं छोड़ते.
- चाणक्य के मुताबिक शासन-प्रशासन के समक्ष जाने की आवश्यकता पड़ने पर जो व्यक्ति आपका साथ दे, वो स्वार्थ से रहित होता है.
- श्मशान जाते वक्त जो व्यक्ति साथ चले या अंतिम वक्त में जो व्यक्ति साथ निभाए वो आपका परम मित्र होता है.