जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी सावन महीने में शुक्ल पंचमी (Nag Panchami) को मनाई जाती है. इस साल 02 अगस्त को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन शिवभक्त नाग देवता की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. मंदिरों में नाग देवता का जलाभिषेक किया जाता है और उन्हें दूध चढ़ाया जाता है. इस दिन शिवभक्त उपवास भी रखते हैं. मान्यता है कि इस दिन नाग देवता की पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं. आइये जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से नाग पंचमी से जुड़ी कुछ अहम बातें.
नाग पंचमी का महत्व
हिंदू त्योहारों में नाग पंचमी का खास महत्व है. नाग शिव भगवान के गले का आभूषण है. नाग पंचमी पर जीवन में सुख-समृद्धि, खेतों में फसलों की रक्षा के लिए नाग देवता की पूजा की जाती है. नाग पंचमी के त्योहार पर नाग देवता के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा व रुद्राभिषेक करने से जीवन में कालसर्प दोष खत्म होता है. इस दिन नागों को अभिषेक कराने और उन्हें दूध चढ़ाने से पुण्य की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के अनुसार, नाग पंचमी पर अगर घर के बाहर सांप का चित्र बनाया जाता है तो इससे नाग देवता की कृपा परिवार पर बनी रहती है.
इस दिन क्या करें और क्या ना करें
मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी पर उपवास रखना चाहिए, नाग देवताओं की पूजा करें, उनका जलाभिषेक करें, फूल व दूध चढ़ायें. साथ ही नाग मंत्र का भी जाप करें.
अगर कुंडली में राहु केतु भारी हैं, तो नाग पंचमी पर जरूर सांपों की पूजा करें. शिवलिंग या नाग देवता को दूध चढ़ाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि दूध पीतल के लोटे में हो.
नाग पंचमी पर सूई धागे का इस्तेमाल करना भी अशुभ माना जाता है और इस दिन लोहे के बर्तन में भोजन नहीं बनाना चाहिए.