जानिए मासिक शिवरात्रि व्रत और पूजा विधि

आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि आज 27 जून सोमवार को है.

Update: 2022-06-27 09:43 GMT

आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) आज 27 जून सोमवार को है. यह सोमवारी ​शिवरात्रि है. सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन शिव पूजा करने से चंद्र दोष भी दूर हो सकता है. इस बार सोमवार पर मासिक शिवरात्रि का संयोग बना है. इतना ही नहीं, मासिक शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बना हुआ है, जो इसके महत्व को और भी अधिक बढ़ा देता है. पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं मासि​क शिवरात्रि के मुहूर्त, योग और पूजा विधि के बारे में.

आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2022 मुहूर्त
आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी तिथि की शुरूआत: 27 जून, सोमवार, प्रात: 03:25 बजे से
​आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी तिथि की समाप्ति: 28 जून, मंगलवार, प्रात: 05:52 बजे पर
रात्रि प्रहर शिव पूजा का समय: 27 जून, देर रात 12:04 बजे से 12:44 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: 27 जून को पूरे दिन
अमृत सिद्धि योग: 27 जून, शाम 04:02 बजे से अगले दिन प्रात: 05:26 बजे तक
दिन का शुभ समय: 27, जून, 11:56 बजे से दोपहर 12:52 बजे तक
मासिक शिवरात्रि व्रत और पूजा विधि
1. मासिक शिवरात्रि व्रत से पूर्व मांसाहार, प्याज, लहसुन आदि का त्याग करन देना चाहिए. व्रत के लिए मन, वचन और कर्म से शुद्धता को अपनाना चाहिए.
2. व्रत वाले दिन आप स्नान आदि से निवृत होकर साफ कपड़े पहन लें. फिर मासिक शिवरात्रि व्रत और शिव पूजा का संकल्प लें. इसके बाद दैनिक पूजा कर लें.
3. दिनभर भगवान शिव की भक्ति भजन में समय व्यतीत करें. शुभ मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती पूजा करें.
4. सबसे पहले भगवान शिव को जलाभिषेक करके फूल, बेलपत्र, भांग, चंदन, धतूरा, अक्षत्, धूप, दीप, गंध, शहद, शक्कर आदि अर्पित करें. फिर माता पार्वती की पूजा अक्षत्, सिंदूर, कुमकुम, धूप, दीप, गंध, फूल, माला आदि से करें. उनको श्रृंगार सामग्री अर्पित करें.
5. अब आप शिव चालीसा और शिवरा​त्रि व्रत कथा का पाठ करें. माता पार्वती की चालीसा का पाठ करें. फिर घी के दीपक से माता पार्वती और भगवान शिव की आरती उतारें.
6. रात्रि के समय जागरण करें और अगली सुब​ह स्नान के बाद शिव पूजा करें. सूर्योदय के बाद पारण करके व्रत को पूरा करें.


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