जानिए घड़ी को किस दिशा में लगाना माना जाता है शुभ
जीवन में समय का बड़ा महत्व है. समय ही जिंदगी में सही राह दिखाता है, लेकिन इसके लिए ज़रूरी है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जीवन में समय का बड़ा महत्व है. समय ही जिंदगी में सही राह दिखाता है, लेकिन इसके लिए ज़रूरी है समय की सही दिशा. हम आमतौर पर दीवार घड़ी को अपनी सुविधानुसार कहीं भी लटका देते हैं, जो वास्तु शास्त्र के अनुसार सही नहीं माना जाता. वास्तु शास्त्र में घड़ी की सही दिशा के बारे में बताया गया है. सही दिशा में घड़ी नहीं होने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होता. इस कारण जीवन में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से घड़ी को किस दिशा में लगाना उचित माना जाता है.
वास्तु के अनुसार दीवार घड़ी की दिशा
वास्तु के अनुसार, कमरे में दीवार घड़ी की सबसे अच्छी दिशा पूर्व, पश्चिम और उत्तर दिशा होती है. इन दिशा में घड़ी लगाना शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि धन के देवता कुबेर उत्तर दिशा में शासन करते हैं. राजा इंद्र पूर्व दिशा में शासन करते हैं. ऐसे में इन दिशाओं में घड़ी लगाना फलदायी होता है. इससे जीवन में समृद्धि और विकास होता है. परिवार में खुशियों का माहौल बना रहता है. कमरे के दक्षिण कोने में दीवार घड़ी नहीं लटकानी चाहिए. वास्तु के अनुसार, हर कमरे में घड़ी नहीं टांगनी चाहिए और ना ही बिस्तर के पास लगानी चाहिए. बालकनी और बरामदे में भी घड़ी लटकाना शुभ नहीं माना जाता है.
दीवार घड़ी की स्थिति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीवार घड़ी गोल होनी चाहिए. पेंडुलम वाली दीवार घड़ियां कभी भी बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए. दीवार घड़ी हमेशा चालू रहनी चाहिए. घड़ी को हमेशा साफ और अच्छी स्थिति में रखना चाहिए. दीवार की घड़ी को टूटे शीशे में नहीं रखना चाहिए. नीले, काले और केसरिया रंग की घड़ी अशुभ मानी जाती है. ऐसी घड़ी को कभी न लें. घड़ी का समय सही चलना चाहिए. अगर घड़ी सही समय नहीं बता रही है तो इसे बदल देना चाहिए.