जानिए महाभारत के आदि पर्व के अन्तर्गत कुल कितने उपपर्व और कितने अध्याय आते हैं।
महाभारत के आदि पर्व, उपपर्व और अध्याय:- Adi Parva, Upparva and Chapters of Mahabharata
आदि पर्व के प्रारम्भ में महाभारत के पर्वों, उपपर्वों और उनके विषयों का संक्षिप्त संग्रह है। इसमें सर्वप्रथम महर्षि उत्तंग का महात्म्य, भृगुवंश का विस्तार, नागों का वंश, कद्रू और विनता की कथा, देवों-दानवों द्वारा समुद्र मंथन, जनमेजय के सर्पसत्र की सूचना,व्यास आदि की उत्पत्ति, देवताओं के अंशावतरण, दुष्यन्त-शकुन्तला की कथा, भरत का चरित्र, ययाति के चरित्र का वर्णन, शान्तनु और गंगा की कथा,
महर्षि वसिष्ठ से शापित वसुओं का भीष्म के रूप में का जन्म, भीष्म प्रतिज्ञा, कौरवों तथा पाण्डवों की उत्पत्ति, लाक्षागृह का वृत्तान्त, हिडिम्ब का वध और हिडिम्बा का विवाह, बकासुर का वध, धृष्टद्युम्न और द्रौपदी की उत्पत्ति,
द्रौपदी-स्वयंवर और विवाह, पाण्डव का हस्तिनापुर में आगमन, सुन्द-उपसुन्द की कथा, नियम भंग के कारण अर्जुन का वनवास, सुभद्राहरण और विवाह, खाण्डव वन का दहन और इन्द्रप्रस्थ की स्थापना वर्णित है।
उप-पर्व संख्या १-१९ Sub-Parva No. 1-19
एवम श्लोक संख्या २३३/९६२६.५ And verse number 23/9626.5
उप-पर्व सुची Sub-Parva List
अनुक्रमणिका पर्व
पर्वसंग्रह पर्व
पौष्य पर्व
पौलोम पर्व
आस्तीक पर्व
अंशावतार पर्व
सम्भाव पर्व
जतुगृह पर्व
हिडिम्बवध पर्व
बकवध पर्व
चैत्ररथ पर्व
स्वयंवर पर्व
वैवाहिक पर्व
विदुरागमन राज्यलम्भ पर्व
अर्जुनवनवास पर्व
सुभद्राहरण पर्व
हरणाहरण पर्व
खाण्डवदाह पर्व
मयदर्शन पर्व।