rakhi bandhne की विधि से लेकर मंत्र यहां जानें सबकुछ

Update: 2024-08-18 10:49 GMT
rakhi bandhne ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन रक्षाबंधन का त्योहार बहुत ही खास माना गया है जो कि सावन माह की पूर्णिमा पर मनाया जाता है इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसकी मंगल कामना के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती है तो वही भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन लेता है और उसे कुछ न कुछ उपहार भेंट करता है।
 पंचांग के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है जो कि भाई बहन के प्रेम का प्रतीक होता है जो कि इस साल 19 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा राखी बांधने की सही विधि और मंत्र के बारे में बता रहे हैं।
 राखी बांधने का शुभ समय—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जाएगा। ऐसे में इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 32 मिनट के बाद से लेकर रात 9 बजकर 7 मिनट तक प्राप्त हो रहा है ऐसे में आप इस मुहूर्त की अवधि के अनुसार भाई को राखी बांध सकती हैं।
 राखी बांधने की सही विधि—
रक्षाबंधन के दिन भाई को राखी बांधने के लिए सबसे पहले एक थाली में रोली, अक्षत, मिठाई और राखी रख लें। अब सबसे पहले भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें, क्योंकि इस हाथ में राखी बांधना शुभ माना जाता है फिर उसे मिठाई खिलाएं। अब सुख समृद्धि के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें और भाई की आरती उतारें। इस दौरान भाई को बहनों के चरण स्पर्श करने चाहिए ऐसा करना शुभ माना जाता है।
राखी बांधते वक्त करें इस मंत्र का जाप—
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे माचल माचल:।
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