हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का अत्यंत महत्व है। एकादशी के व्रत को सर्व श्रेष्ठ व्रत बताया गया है। मान्यता है कि एकादशी का व्रत रखने और एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की पूर्ण श्रद्धा से पूजा करने पर व्यक्ति के कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे वैकुण्ठ धाम की प्राप्ति होती है। अगर आप भी एकादशी व्रत का पालन करते हैं तो ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर यहां मई से लेकर दिसंबर तक की सभी एकादशी तिथियों के बारे में जान सकते हैं।
एकादशी व्रत 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त
वैशाख माह शुक्ल पक्ष मोहिनी एकादशी 2023
तिथि: 1 मई, दिन सोमवार
महत्व: मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार के लिए व्रत रखा जाता है।
ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष अपरा एकादशी 2023
तिथि: 15 मई, दिन सोमवार
महत्व: अपरा एकादशी का व्रत मोक्ष की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। यह व्रत पितरों को पिशाच योनी से मुक्ति दिलाता है।
ज्येष्ठ माह शुक्ल पक्ष निर्जला एकादशी 2023
तिथि: 31 मई, दिन बुधवार
महत्व: निर्जला एकादशी का व्रत पति की लंबी उम्र, पति की रक्षा और वैवाहिक जीवन के सुखों की प्राप्ति के लिए रखा जाता है।
आषाढ़ माह कृष्ण पक्ष योगिनी एकादशी 2023
तिथि: 14 जून, दिन बुधवार (बुधवार के उपाय)
महत्व: योगिनी एकादशी का व्रत मुख्य रूप से योग सिद्धि और बीमारियों से मुक्ति के लिए रखा जाता है।
आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष देवशयनी एकादशी 2023
तिथि: 29 जून, गुरुवार
महत्व: देवशयानी एकादशी से भगवान विष्णु (भगवान विष्णु के 8 छल) समस्त देवी-देवताओं समेत पाताल में निवास करते हैं और चातुर्मास का आरंभ होता है।
सावन माह कृष्ण पक्ष कामिका एकादशी 2023
तिथि: 13 जुलाई, दिन गुरुवार
महत्व: कामिका एकादशी का व्रत सभी कामनाओं की पूर्ती के लिए रखा जाता है।
सावन माह शुक्ल पक्ष पुत्रदा एकादशी 2023
तिथि: 27 अगस्त, दिन रविवार
महत्व: पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए और पुत्र के उज्जवल भविष्य के लिए पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है।
अधिक मास कृष्ण पक्ष पद्मिनी एकादशी 2023
तिथि: 29 जुलाई, दिन शनिवार
महत्व: पद्मिनी एकादशी का व्रत संतान के बलशाली होने और श्री विष्णु की मलमास के दौरान भी कृपा प्राप्त करने के लिए रखा जाता है।
अधिक मास शुक्ल पक्ष परम एकादशी 2023
तिथि: 12 अगस्त, दिन शनिवार
महत्व: परम एकादशी को दान-पुण्य और शुभ धार्मिक कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए इस एकादशी का व्रत रखा जाता है।
भाद्रपद माह कृष्ण पक्ष अजा एकादशी 2023
तिथि: 10 सितंबर, दिन रविवार
महत्व: अजा एकादशी का व्रत रखने से ग्रहों के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है। ग्रह शांत होते हैं और अनुकूल प्रभाव दिखाते हैं।
भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष परिवर्तिनी एकादशी 2023
तिथि: 25 सितंबर, दिन सोमवार
महत्व: परिवर्तिनी एकादशी के दिन चातुर्मास के समय में भगवान विष्णु पाताल में योगनिद्रा के समय करबत बदलते हैं।
आश्विन माह कृष्ण पक्ष इंदिरा एकादशी 2023
तिथि: 10 अक्टूबर, दिन मंगलवार
महत्व: पितृ पक्ष में पड़ने के कारण इस एकादशी को पितरों से आशीर्वाद प्राप्ति और उनकी मुक्ति के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
आश्विन माह शुक्ल पक्ष पापाकुंशा एकादशी 2023
तिथि: 25 अक्टूबर, दिन बुधवार
महत्व: पापांकुशा एकादशी का व्रत साथ पीढ़ी तक के पापों से मुक्ति के लिए रखा जाता है।
कार्तिक माह कृष्ण पक्ष रमा एकादशी 2023
तिथि: 9 नवंबर, दिन गुरुवार
महत्व: रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की साथ में पूजा की जाती है।
कार्तिक माह शुक्ल पक्ष देवउठनी एकादशी 2023
तिथि: 23 नवंबर, दिन गुरुवार
महत्व: इस दिन भगवान विष्णु और सभी देवी-देवता पुनः अपने लोक लौटते हैं यानि कि देव जाग जाते हैं।
मार्गशीर्ष माह (अगहन) कृष्ण पक्ष उत्पन्ना एकादशी 2023
तिथि: 8 दिसंबर, दिन शुक्रवार
महत्व: उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु की शक्तियों से एक देवी उत्पन्न हुईं थीं इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है।
मार्गशीर्ष माह (अगहन) शुक्ल पक्ष मोक्षदा एकादशी 2023
तिथि: 22 दिसंबर, दिन शुक्रवार
महत्व: समस्त पापों और जीवन भर के कष्टों से मुक्ति दिलाकर मोक्ष पर्दान करती हैं मोक्षदा एकादशी।